यूपी के सीएम आदित्यनाथ ने अफसरों व मंत्रियों के साथ लखनऊ के शास्त्री भवन स्थित सभागार में हुई बैठक में कई बड़े निर्णय लिये। उन्होंने अफसरों की बायोमीट्रिक अटेंडेंस शुरू कराने व ऑफिसों में सीसीटीवी कैमरे लगाने सहित कई बड़े निर्देश दिए। उनका पूरा जोर इस बात पर रहा कि सरकारी ऑफिसों में पारदर्शी व भ्रष्टाचार मुक्त कार्यप्रणाली लागू हो।
उन्होंने बैठक में ये प्रमुख निर्देश दिए-
– कार्यालयों में उपस्थिति दर्ज कराने के लिए बायोमेट्रिक व्यवस्था लागू की जाए
– ऑफिसों में सीसीटीवी कैमरे भी लगाए जाएं
– जनता की समस्याओं का त्वरित एवं गुणात्मक निस्तारण किया जाए
– प्रधानमंत्री आवास योजना का कार्य नगर विकास विभाग से लेकर आवास विकास विभाग को देने का निर्देश
– राजकीय अस्पतालों में चिकित्सकों की उपस्थिति सुनिश्चित करायी जाए
– सस्ती दर पर उपलब्ध होने वाली जेनेरिक दवाओं की 3 हजार दुकानें खोलने की व्यवस्था की जाए
– किसानों को सीधे लाभ पहुंचाने के लिए सभी सहकारी समितियों को पुनर्जीवित किया जाए
– सूखा एवं बाढ़ से होने वाली जन हानि के लिए सम्बन्धित विभागों के अधिकारी सीधे जिम्मेदार होंगे
– पंजीकृत दागी फर्मों एवं माफिया किस्म के ठेकेदारों का पंजीयन समाप्त कर अच्छी संस्थाओं एवं व्यक्तियों को मौका दिया जाए
– अवैध खनन की शिकायतों के लिए जिलाधिकारी एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सीधे जिम्मेदार होंगे
– अपराधियों, तस्करों, भू माफियाओं आदि पर बिना किसी भेदभाव के सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए
– युवक और युवती आपसी सहमति से कहीं बैठे हैं या कहीं जा रहे हैं तो उन पर कार्रवाई कतई न की जाए
– प्रदेश की सभी क्षेत्रीय भाषाओं एवं संस्कृतियों के विकास के लिए कार्य किया जाना चाहिए
– भाषा विभाग में राजनैतिक नियुक्तियों को तत्काल प्रतिबंधित किया जाए
– इलाहाबाद, मेरठ, आगरा, गोरखपुर तथा झांसी नगरों में भी मेट्रो चलाने के लिए तेजी से डी0पी0आर0 तैयार किया जाए।