Friday, March 29, 2024
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जयपुर में खुलेंगे रोजगार कौशल के लिए तीन विश्वविद्यालय, बिल पास

SI News Today

प्रदेश में सरकारी क्षेत्र के अलावा निजी व्यवसायों के माध्यम से रोजगार सृजन के लिए सरकार ने विधानसभा में एक निजी और एक सरकारी क्षेत्र में स्किल डवलपमेंट विश्वविद्यालय खोलने के दो अलग-अलग विधेयकों को मंगलवार को ध्वनिमत से पारित कर दिया गया। दोनों ही विश्वविद्यालय जयपुर में खुलेंगे। निजी भारतीय कौशल विकास यूनिवर्सिटीज महिन्द्रा सेज में 30 एकड़ निजी जमीन और सरकारी आईएलडी कौशल विकास विश्वविद्यालय जामडोली स्थित इंस्टीट्यूट आॅफ लीडरशिप डवलपमेंट और इंडस्ट्रीयल फाइनेंस कॉरपोरेशन आॅफ इंडिया के माध्यम से 33 एकड जमीन पर खोला जाएगा। राजस्थान देश का ऐसा पहला राज्य बन गया है जहां सरकारी क्षेत्र में स्किल डवलपमेंट पाठयक्रम की सरकारी यूनिवर्सिटी खुल रही है। दोनों विश्वविद्यालयों के विधेयकों को विधानसभा में बहस के बाद ध्वनिमत से पारित कर दिया गया है।

निजी यूनिवर्सिटी स्विटजरलैंड में कराएगी ट्रेनिंग
बहस का जवाब देते हुए श्रम मंत्री जसवंत यादव ने कहा कि भारतीय कौशल विकास यूनिवर्सिटी खोलने वाली ट्रस्ट के महिन्द्रा सेज स्थित 30 एकड़ के कैम्पस का निर्माण 200 करोड़ रुपए की राशि से होगा।  छात्रों को ट्रेनिंग के लिए छह माह के लिए यूनिवर्सिटी स्विटरजलैंड भी भेजेगी। रहने को छात्रावास की व्यवस्था होगी। उन्होंने कहा कि यूनिवर्सिटी में सरकार का पूरा हस्तक्षेप होगा। चैयरपर्सन की नियुक्ति सरकार की मंजूरी से होगी। निरीक्षण का अधिकार होगा । आरक्षण के नियम फोलो होंगे। टाइमबाउन्ड परीक्षाएं होंगी। बीस फीसदी पाठयक्रम कृषि के होंगे।

निर्माण का खर्च केन्द्र उठाएगा
यादव ने कहा कि इस विश्वविद्यालय का निर्माण जामडौली में 33 एकड इंस्टीट्यूट आॅफ लीडरशिप डवलपमेंट(आईएलडी) और इंडस्ट्रीयल फाइनेंस कॉरपोरेशन आॅफ इंडिया (आईएफसीआई) के माध्यम से होगा। केन्द्र सरकार से एमओयू के तहत केन्द्र इसके निर्माण का खर्चा वहन करेगा और राज्य सरकार संचालन को हर साल पांच करोड़ रुपए वहन करेगी। यूनिवर्सिटी के मैनजमेंट बॉडी में 11 सदस्य सरकार और 11 ही आईएलडी के होंगे।

निजी विश्वविद्यालयों पर अंकुश लगाए सरकार

निजी विश्वविद्यालयों की मनमर्जी पर अंकुश लगाने का सदन में पक्ष-विपक्ष के सदस्यों ने मांग उठाई। विधायकों ने कहा कि जिस तरह से निजी विश्वविद्यालय एडमिशन से लेकर डिग्री देने तक अपनी मनमर्जी करते हैं, इस पर रोक लगानी होगी।
विधानसभा में मंगलवार को भारतीय कौशल विकास विश्वविद्यालय, जयपुर विधेयक पर बहस के दौरान कांग्रेस के सुखराम विश्नोई ने कहा कि विश्वविद्यालय के ढांचे निर्माण का मौका देखने के लिए सरकार एक विधायकों की कमेटी बना दे और उसके दो माह बाद बिल लाया जा सकता है। भाजपा के फूलचंद भिण्डा ने कहा कि निजी क्षेत्र में विश्वविद्यालयों की मॉनोपॉली पर अंकुश लगाने की जरूरत है। निर्दलीय विधायक हनुमान बेनीवाल ने कहा कि स्किल डवलपमेंट के बाद युवाओं को रोजगार कहां मिलेगा, इसकी भी सरकार जिम्मेदारी तय करें। जब महिन्द्र सेज स्वयं ही जांच के दायरे में है, वहां पर निजी विश्वविद्यालय खोलना उचित नहीं है। जिस तरह से स्किल डवलपमेंट के सेंटर खोलने में घोटाला हुआ है, उसकी जांच होनी चाहिए। भाजपा के मानसिंह गुुर्जर, केशाराम चौधरी ने कहा कि इससे प्रदेश के युवाओं को स्किल डवलपमेंट के बाद रोजगार मिल सकेगा। प्रहलाद गुंजल ने कहा कि एक्ट में संवैधानिक तरीके से प्रावधान नहीं किए गए है, हर विषय की विश्वविद्यालय डिग्री नहीं दे सकता। बसपा के मनोज न्यांगली व पूरणमल सैनी ने कहा कि निजी विश्वविद्यालय लूट के अड्डे बनते जा रहे है।

मेडिकल कॉलेज का आम सहमति से होगा नाम परिवर्तन
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री कालीचरण सराफ ने मंगलवार को विधानसभा में कहा कि भरतपुर के मेडिकल कॉलेज का नाम रखने पर आम सहमति से विचार किया जाएगा। सराफ ने शून्य काल में इस मुद्दे के जवाब में बताया कि नियमानुसार सभी से रायमशविरा कर आम सहमति से भरतपुर मेडिकल कॉलेज का नाम रखे जाने संबंधी कार्यवाही की जाएगी।

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