राजद अध्यक्ष लालू यादव ने दो टूक शब्दों में कहा है कि उनके उप मुख्यमंत्री बेटे तेजस्वी यादव इस्तीफा नहीं देंगे। उन्होंने कहा कि सिर्फ एफआईआर दर्ज होना तेजस्वी के इस्तीफे का समुचित कारण नहीं है। लालू यादव ने उन खबरों का भी जोरदार तरीके से खंडन किया है, जिसमें शुक्रवार (14 जुलाई) को कहा जा रहा था कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बिहार में गतिरोध खत्म करने के लिए नीतीश कुमार और लालू यादव से बातचीत की है। इसके साथ ही लालू ने कहा कि वो गठबंधन पर कोई आंच नहीं आने देंगे।
राजद अध्यक्ष ने कहा कि उनकी पार्टी के विधान मंडल ने फैसला लिया है कि तेजस्वी यादव इस्तीफा नहीं देंगे। लालू ने यह भी कहा कि उनकी पार्टी विपक्षी भाजपा और आरएसएस को बिहार में पैर रखने के लिए कोई जगह नहीं देगी। उन्होंने आरोप लगाया कि ये सारा खेल गठबंधन को तोड़ने के लिए हो रहा है। राजद अध्यक्ष ने यह भी कहा कि सीबीआई के आरोप पर उन्होंने कई बार सफाई दी है। साथ ही उनके और उनके परिवार की संपत्ति का विवरण सबके सामने है।
इसबीच, भाजपा सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने तेजस्वी यादव मामले पर भी पार्टी लाइन का विरोध करते हुए उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव का बचाव किया है। उन्होंने कहा कि सिर्फ आरोप लगने पर इस्तीफा नहीं होना चाहिए। सिन्हा ने शुक्रवार (14 जुलाई) को मीडिया से कहा कि पहले भी लोगों पर आरोप लगे हैं, लेकिन लोगों ने इस्तीफा नहीं दिया।
बता दें कि तेजस्वी यादव के इस्तीफे की चर्चा बड़ी तेज है। बिहार में महागठबंधन की सरकार है। नीतीश कुमार उसके मुखिया हैं। नीतीश कुमार खुद और उनकी पार्टी नहीं चाहती कि दाग लगने के बाद तेजस्वी यादव सरकार में बने रहें। इसके लिए मंगलवार (11 जुलाई) को जेडीयू ने तेजस्वी यादव से स्पष्टीकरण भी मांगा है और चार दिनों का अल्टीमेटम दिया है। सीबीआई ने लालू यादव, पत्नी राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव समेत कुल सात लोगों को आरोपी बनाया है। लालू पर रेल मंत्री रहते हुए कुछ लोगों को गलत फायदा पहुंचाने और उसके एवज में संपत्ति लेने का आरोप लगाया है।