दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) के स्नातक पाठ्यक्रमों की 56 हजार से अधिक सीटों के लिए सोमवार से आॅनलाइन आवेदन शुरू होंगे। उम्मीदवार 70 कॉलेजों के 66 से अधिक पाठ्यक्रमों के लिए आवेदन कर सकेंगे। इस बार डीयू ने आॅनलाइन आवेदन के लिए वेबसाइट में बदलाव किए हैं ताकि एक साथ अधिक से अधिक उम्मीदवार फॉर्म भर सकें।
ऐसे करें आवदेन स्नातक पाठ्यक्रमों के लिए बनाए गए पोर्टल डब्लूडब्लूडब्लू डॉट यूजी डॉट डीयू डॉट एसी डॉट इन पर जाकर उम्मीदवार को अपना नाम, फोन और ई-मेल की जानकारी देकर खुद को पंजीकृत करना होगा। इसके बाद उम्मीदवार को अपनी व्यक्तिगत जानकारी देनी होगी। उसके बाद पंजीकरण के सभी आठ भागों को भरकर फॉर्म को आॅनलाइन समिट करना होगा। फिर आवेदन शुल्क का भुगतान करते ही पंजीकरण संपन्न हो जाएगा। फॉर्म के साथ अपलोड किए जाने वाले दस्तावेज आॅनलाइन फॉर्म के साथ उम्मीदवार को कुछ दस्तावेज भी अपलोड करने होंगे। इसमें उम्मीदवार का पासपोर्ट आकार का फोटो, स्कैन हस्ताक्षर, स्वसत्यापित कक्षा का प्रमाणपत्र (जन्मतिथि के लिए) और स्वसत्यापित कक्षा 12 का अंकपत्र (यदि बोर्ड से अंकपत्र नहीं मिला है तो स्वसत्यापित डाउनलोड कॉपी) शामिल हैं। इसके अलावा उम्मीदवारों को अपने वर्ग के मुताबिक एससी, एसटी, ओबीसी, दिव्यांग या कश्मीरी प्रवासी वर्ग का स्वसत्यापित प्रमाणपत्र, स्वसत्यापित आय प्रमाणपत्र, स्वसत्यापित तीन वर्षों के खेल प्रमाणत्र और स्वसत्यापित ईसीए प्रमाणपत्र अपलोड करना होगा।
फीस भुगतान के लिए बनाया पेमेंट गेटवे
पिछले वर्ष छात्रों को सबसे अधिक परेशानी डीयू में दाखिला के लिए आवेदन फीस के भुगतान और निरस्त होने पर छात्र को भुगतान वापसी में आई थी। कुछ ऐसे मामले भी सामने आए थे, जिनमें छात्र के यहां से तो फीस की रकम कट गई थी, मगर डीयू तक पहुंची नहीं। पिछले साल के अनुभव से सबक लेते हुए इस बार दिल्ली डीयू प्रशासन ने एक पेमेंट गेटवे बनाया है। आइसीआइसीआइ बैंक के सहयोग से बनाया गया है जो सभी बैंकों के कार्ड को स्वीकार करेगा। यही नहीं छात्रों से उनके या उनके परिवार किसी सदस्य के बैंक की डिटेल भी मांगी जाएगी, जिससे दाखिला निरस्त होने पर फीस उस छात्र के खाते में वापस भेज दी जाए। इस बार समस्याओं को दूर करने के लिए कॉलेजों में आइसीआइसीआइ बैंक के अधिकरी भी मौजूद रहेंगे।
स्नातक स्तर के पाठ्यक्रम
कला संकाय : बीए प्रोग्राम, बीए (आॅनर्स) अरबी, बंगाली, अंग्रेजी, फ्रेंच, जर्मन, इटेलियन, हिंदी, पारसी, दर्शनशास्त्र, मनोविज्ञान, एप्लाइड मनोविज्ञान, पंजाबी, संस्कृत, स्पेनिश और उर्दू
सामाजिक विज्ञान संकाय : बीए (आॅनर्स) अर्थशास्त्र, भूगोल, इतिहास, राजनीतिक शास्त्र, समाज कार्य व समाजशास्त्र
एप्लाइड सामाजिक विज्ञान एवं मानविकी संकाय : बीए (आॅनर्स) हिंदी पत्रकारिता, जर्नलिज्म, बीवॉक।
कॉमर्स एवं बिजनेस अध्ययन संकाय : बीकॉम और बीकॉम (आॅनर्स)
गणित विज्ञान संकाय : बीएससी मैथमेटिकल साइंसेज, बीएससी (आॅनर्स) गणित, सांख्यिकी और कंप्यूटर साइंस
विज्ञान संकाय : बीएससी (आॅनर्स) एंथ्रोपोलॉजी, बायो कैमिस्ट्री, बायो मेडिकल साइंस, बायोलोजिकल साइंसेज, माइक्रोबायोलॉजी, भौतिक शास्त्र, वनस्पति विज्ञान, रसायन शास्त्र, इलेक्ट्रॉनिक्स, फूड टेक्नोलॉजी, भू-विज्ञान, गृह विज्ञान, पॉलीमर साइंसेज और जीविज्ञान, फिजिकल साइंसेज और लाइफ साइंसेज। बीएससी (पास) गृह विज्ञान।
एनसीवेब की कटआॅफ बढ़ेगी
सुशील राघव
डीयू के नॉन कॉलेजिएट वुमंस एजुकेशन बोर्ड (एनसीवेब) की कटआॅफ इस बार बढ़ने की संभावना है। दरअसल, इस बार डीयू ने नियमित पाठ्यक्रम के लिए आवेदन करने वालीं दिल्ली की सभी लड़कियों का आवेदन खुद ब खुद एनसीवेब के लिए करने का प्रावधान किया है। ऐसे में जब बीए प्रोग्राम और बीकॉम में आवेदन करने वाली सभी लड़कियों का आवेदन बोर्ड को मिलेगा तो उससे कटआॅफ बढ़ना स्वाभाविक है। डीयू के एक अधिकारी ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान को ध्यान में रखते हुए विश्वविद्यालय ने दिल्ली में रहने वाली सभी लड़कियां जो बीए प्रोग्राम और बीकॉम में नियमित कॉलेज के लिए आवेदन करेंगी, उनका एनसीवेब के लिए अपने आप आवेदन हो जाएगा। अधिकारी ने बताया कि पिछले साल एनसीवेब ने बीकॉम में हंसराज कॉलेज की कटआॅफ 91 फीसद और मिरांडा हाउस की 92 फीसद जारी की थी। इसी तरह बीए प्रोग्राम की हंसराज कॉलेज की कटआॅफ 87 और मिरांडा हाउस की 88 फीसद कटआॅफ तय की थी। अधिकारी के मुताबिक इस बार दोनों पाठ्यक्रमों की कटआॅफ में तीन से चार फीसद की बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है। डीयू के डीन, छात्र कल्याण प्रोफेसर राजेश टंडन के मुताबिक इस बार वेबसाइट में कुछ विशेष बदलाव किए हैं। इसके तहत राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र, दिल्ली में रहने वालीं लड़कियां जैसे ही बीए या बीकॉम के लिए नियमित पाठ्यक्रमों के लिए आवेदन करेंगी, एनसीवेब के लिए उनका खुद ब खुद आवेदन हो जाएगा। इसके लिए उन्हें अतिरिक्त आवेदन शुल्क भी नहीं देना होगा। डीयू के एनसीवेब में करीब 12,000 सीटें हैं, जहां बीए और बीकॉम की पढ़ाई होती है।