द काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशंस (सीआइएससीई) ने भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स व सूचना तकनीक विभाग के साथ मिलकर इस साल से कक्षा 10 (आइसीएसई) और कक्षा 12 (आइएससी) के विद्यार्थियों के प्रमाणपत्र डिजिलॉकर में भी उपलब्ध कराने की घोषणा की है। काउंसिल जल्द ही दोनों कक्षाओं के परिणाम भी घोषित करने वाला है। सीआइएससीई के मुख्य कार्यकारी और सचिव गैरी अराथून ने बताया कि हम इस साल से कक्षा 10 और 12 के छात्रों को वास्तविक प्रमाणपत्रों के अलावा डिजिलॉकर के माध्यम से डिजिटल अंकपत्र और प्रमाणपत्र भी उपलब्ध कराएंगे।
इसके अलावा कक्षा 12 के छात्रों का प्रवासन प्रमाणपत्र (माइग्रेशन सर्टिफिकेट) भी डिजिटल रूप से दिया जाएगा। अराथून ने बताया कि डिजिलॉकर की सुविधा आधार नंबर के माध्यम से प्राप्त की जा सकती है। छात्र इस लॉकर में सभी प्रमाणपत्र रख सकेंगे और जरूरत पड़ने पर उन्हें किसी से साझा करने के साथ कभी भी डाउनलोड कर पाएंगे। यह सेवा बिल्कुल मुफ्त, उपयोग में आसान और सुरक्षित है।
अपने प्रमाणपत्र तक पहुंचने के लिए विद्यार्थियों को डिजिलॉकर की वेबसाइट पर जाकर अपने आधार नंबर की सहायता से एक अकाउंट बनाना होगा। इसके अलावा अकाउंट में लॉगइन करने के बाद डैशबोर्ड पर दिए गए दिशानिर्देश के मुताबिक छात्र अपने दस्तावेजों तक पहुंच सकेगा।