दिल्ली की एंटी-करप्शन ब्रांच (एसीबी) आज PWD घोटाले में महकमे के कुछ अफसरों में पूछताछ करने जा रही है. एसीबी ने इस सिलसिले में 9 मई को 3 एफआईआर दर्ज की थीं. इनमें से एक एफआईआर में केजरीवाल के साढ़ू सुरेंद्र बंसल की कंपनी रेणु कंस्ट्रक्शन्स का भी नाम है. बंसल का 8 मई को दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था.
एफआईआर में क्या है?
हालांकि एफआईआर में सुरेंद्र बंसल का नाम नहीं है. लेकिन उनकी कंपनी के अलावा पीडब्ल्यूडी के अधिकारी और 2 अन्य आरोपियों के नाम इनमें दर्ज हैं. एसीबी ने सभी आरोपियों पर भ्रष्टाचार-रोधी अधिनियम (Prevention of Corruption Act) और जालसाजी से जुड़ी धाराएं (13(1) d 420, 468, 471, 120b, 34) लगाई हैं. एसीबी चीफ एमके मीणा के मुताबिक मुकदमे समाजसेवी राहुल शर्मा की शिकायत पर दर्ज हुए हैं.
क्या है पीडब्ल्यूडी घोटाला?
दरअसल, पीडब्ल्यूडी ने 2014 से 2016 के बीच नार्थ-वेस्ट दिल्ली में 2 जगह सीवर और नाली बनाने के काम का ठेका दिया था. आरोप है कि ये ठेका अरविंद केजरीवाल के साढ़ू सुरेंद्र बंसल की कंपनी रेणु कंस्ट्रक्शन को दिया गया और फिर ये काम आगे कुछ फर्जी कंपनियों को दे दिया गया. आरोपों के मुताबिक नियमों को ताक पर रख कर इस काम के करीब 10 करोड़ रुपये के बिल पास कर दिए गए. ये बिल बोगस कंपनियों के नाम ही पास किये गए थे जो सोनीपत और रोहिणी के फर्जी पतों पर दर्ज थीं. रोड एंटी करप्शन ऑर्गेनाइजेशन (RACO) नाम की एनजीओ के कार्यकर्ता राहुल शर्मा ने मामले को उठाया था.