लखनऊ: समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि विश्वविद्यालयों में सांप्रदायिकता का जहर फैलाया जा रहा है। छात्र-छात्राओं के उत्पीडऩ की घटनाएं बढ़ गई हैैं और परिसर में युवा खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैैं। अखिलेश ने देश के कई विश्वविद्यालयों से मिलने आए युवाओं और छात्रनेताओं को संबोधित किया। उन्होंने विश्वविद्यालयों की स्वायत्तता पर हो रहे हमलों पर चिंता जताई और कहा कि परिसर में सुरक्षा के साथ पठन-पाठन का स्वतंत्र एवं स्वस्थ वातावरण रहना चाहिए। भाजपा की सरकारें आरएसएस की विचारधारा थोपने की कोशिश में हैं जिससे विश्वविद्यालयों में अराजकता और छात्र असंतोष व्याप्त है।
छात्र नेताओं ने बताया कि लखनऊ, वाराणसी, इलाहाबाद विश्वविद्यालय में असंतोष व्याप्त है। अन्याय के विरुद्ध आवाज उठाने पर युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने में विश्वविद्यालय प्रशासन कोई संकोच नहीं करता है। यही वजह है कि हैदराबाद, दिल्ली विश्वविद्यालय, जेएनयू के छात्रसंघ चुनावों में एबीवीपी बुरी तरह पराजित हुई है। लखनऊ, इलाहाबाद और बीएचयू में छात्राओं की अस्मिता से खिलवाड़ किया जा रहा है। उनके ऊपर फर्जी केस लगाए जा रहे हैैं। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से भेंट करने वालों में जेएनयू के दिलीप यादव, दिल्ली यूनिवर्सिटी के अमन यादव, एमिटी के धर्मवीर सिंह यादव, आइआइटी के अमित एवं रवि प्रकाश, बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर यूनिवर्सिटी के राम करन निर्मल, मो. आजम खान आदि प्रमुख थे।