Friday, March 29, 2024
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नेताओं ने दिया लाल बत्‍ती छोड़ने के सबूत

SI News Today

केंद्रीय कैबिनेट के लाल बत्ती के इस्तेमाल पर रोक के फैसले के नोटिफिकेशन जारी होने से पहले ही कई केंद्रीय मंत्रियो, मुख्यमंत्रियों और ने अपना गाड़ियों के खुद लाल बत्ती हटा ली है। वीआईपी कल्चर खत्म करने के मकसद से बुधवार को केंद्रीय कैबिनेट ने फैसला किया था, जिसके मुताबिक कोई भी अपनी गाड़ी पर लाल बत्ती नहीं लगा पाएगा। इस फैसले के मुताबिक भारत के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और चीफ जस्टिस भी अपनी गाड़ियों पर लाल बत्ती का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे। सिर्फ आपातकालीन वाहन जैसे, फायर ब्रिगेड, पुलिस वैन और एंबुलेंस ही लाल बत्ती का इस्तेमाल कर पाएंगे। सरकार ने स्वस्थ लोकतांत्रिक मूल्यों को ध्यान में रखते हुए यह फैसला किया है। इसके तहत सड़क एवं परिवहन मंत्रालय कानून में जरूरी प्रावधान करेगा।

बता दें कि सीजेआई जेएस खेहर ने भी गुरुवार को अपनी गाड़ी से लाल बत्ती हटाकर अन्य जजों के लिए मिसाल पेश की है। गुरुवार सुबह जब सुप्रीम कोर्ट परिसर में सीजेआई और अन्य जजों की कारें आईं तो वह बिना लाल बत्ती के थीं। हो सकता है अन्य जज 1 मई की तारीख के इंतजार में हों। लेकिन शाम तक लगभग सभी जजों ने कहा कि उन्होंने अपनी गाड़ी से लाल बत्ती हटाने को कह दिया है। जस्टिस जे.चेलामेश्वर, रंजन गोगोई और मदन बी लोकुर ने अपनी आधिकारिक गाड़ियों से लाल बत्ती हटा दी है।

टीओआई से बातचीत में सुप्रीम कोर्ट के जजों ने केंद्र से इस फैसला का स्वागत किया है। लेकिन कुछ ने यह भी कहा, वक्त आ गया अब सरकार को वीवीआईपी मूवमेंट के दौरान पुलिस द्वारा सड़कों को अवरुद्ध करने पर भी कुछ करना चाहिए। पूर्व सीजेआई और केरल के गवर्नर जस्टिस पी.सदाशिवम ने कहा कि उन्होंने बुधवार शाम को ही अपनी गाड़ी से लाल बत्ती हटाने के आदेश दे दिए थे। उन्होंने टीओआई से बातचीत में कहा कि मैंने राजभवन द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली सभी गाड़ियों से लाल बत्ती हटाने को कहा है।

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