उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में बेहद शर्मनाक पराजय के बाद से ही ईवीएम को मैनेज करने का आरोप जडऩे वाली बहुजन समाज पार्टी आज सड़क पर उतरेगी। बहुजन समाज पार्टी ईवीएम से ‘छेड़छाड़’ के मामले में आज देशव्यापी काला दिवस मनाएगी।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में मिली करारी हार का ठीकरा बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने ईवीएम पर फोड़ा था। उन्होंने इस मामले में सुप्रीम कोर्ट की शरण भी ली थी। इसके साथ ही मायावती ने इस मामले को राज्यसभा में भी उठाया था।
हर जगह पर कोई खास सफलता न मिलते देख बहुजन समाज पार्टी ने अब सड़क पर उतरने की योजना बना ली है। इसी क्रम में आज पार्टी प्रदेश के साथ ही देश के हर राज्य में इस कथित धोखाधड़ी के विरोध में काला दिवस मना रही है। आज हर जगह पर विरोध-प्रदर्शन के दौरान बसपा कार्यकर्ता मतपत्रों से चुनाव कराने की मांग रखेंगे।
चुनावों में हार के बाद ही मायावती ने कहा था कि 11 मार्च को लोकतंत्र की हत्या की गई है। लिहाजा उन्होंने हर महीने की 11 तारीख को काला दिवस के रूप में मनाने की योजना तैयार कर ली थी। मायावती के इस ऐलान पर देश भर के प्रदेश मुख्यालय व जिला मुख्यालय पर विरोध-प्रदर्शन के जरिए ईवीएम की जगह मतपत्रों से चुनाव कराने की मांग की जाएगी।
मायावती का आरोप है कि बीजेपी को मिली जीत ईवीएम से छेड़छाड़ का नतीजा है। उनका कहना है कि ईवीएम को सेट किया गया, जिससे जो भी वोट उनका था वह बीजेपी को चला गया। यह पहली बार होगा जब बसपा किसी मुद्दे को लेकर सड़कों पर उतरेगी। पॉलिटिकल एक्सपर्ट्स के मुताबिक चुनावों में मिली हार के बाद यह विरोध प्रदर्शन पार्टी को एकजुट रखने की कवायद का एक हिस्सा भी है।
बसपा प्रदेश अध्यक्ष राम अचल राजभर ने बताया कि सभी जिलाध्यक्षों को निर्देश दिया गया है कि वे अपने कार्यकर्ताओं के साथ जिलाधिकारी कार्यालय पर सुबह 11 बजे से चार घंटे तक धरने पर बैठें। उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में 2012 में 80 सीट जीतने वाली बसपा को इस बार यूपी विधानसभा चुनाव में महज 19 सीट ही मिली हैं।