बीजेपी सांसद प्रियंका रावत बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान भड़क गईं। उन्होंने एएसपी कुंवर ज्ञानंजय सिंह पर हत्या के आरोपियों को बचाने का आरोप लगाते हुए कहा कि पिछली सरकार में बहुत मलाई खाई है। सब निकलवा लूंगी, खाल भी खिंचवा लूंगी। वहीं, एसपी वैभव कृष्ण ने कहा कि पुलिस इस मामले में केस दर्ज करने की तैयारी कर रही है। आराेपियों काे जेल न भेजने का अारोप…
– रावत ने एसएसपी पर आरोप लगाया कि वे हत्या के एक मामले में आरोपियों को कई दिन से हिरासत में रखे हुए हैं, लेकिन जेल नहीं भेज रहे।
– उन्होंने मीडिया के सामने ही एएसपी की खाल खिंचवाने की धमकी दी और आरोप लगाया कि एएसपी ने पिछली सरकार में खूब मनमानी की और जमकर प्रॉपर्टी डीलिंग की।
क्या है पूरा मामला?
– रामनगर थानाक्षेत्र के सीहामऊ गांव में सुधीर दीक्षित नाम के शख्स की हत्या हो गई थी। रावत का कहना है कि सीहामऊ के प्रधान संतोष दीक्षित को पुलिस हत्या में शामिल होने के आरोप के बाद भी बचाने में जुटी है।
– रावत ने कहा कि उन्होंने दोपहर में एएसपी को फोन पर पूछा कि आरोपी संतोष दीक्षित समेत सभी को जेल क्यों नहीं भेजा जा रहा है तो उन्होंने गंदी भाषा का इस्मेमाल किया। हमने इसकी शिकायत एसपी से भी की।
– उनसे मिलने जा रही थी तो पता चला कि एएसपी रामनगर चले गए हैं। मैं किसी से गलत बात नहीं करती। मैंने ये कहा कि जनता का 100 फीसदी नहीं दे सकती तो उसे मेरी खाल निकालने का अधिकार है।
पिता को रिप्रिजेंटेटिव बनाने पर पीएम ने दी थी नसीहत
– जब नरेंद्र मोदी पीएम बने तो उन्होंने बीजेपी सांसदों को अपने परिवार के सदस्यों को अपना रिप्रिजेंटेटिव नहीं रखने की अपील की थी। इसके बावजूद प्रियंका ने अपने पिता को सांसद प्रतिनिधि बना दिया। इस मामले में पीएम मोदी ने रावत को फोन कर नसीहत दी थी। इसके बाद रावत ने पिता को हटा दिया था।