उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में दलितों पर फिर से हमला हुआ है। खबरों के मुताबिक बड़गांव के चंदपुर गांव में दो दलितों पर तलवारों से हमला किया गया। ये दोनों शख्स सहानपुर में मायावती की सभा से लौट रहे थे। पुलिस मौके पर पहुंच गई है, और जांच शुरू कर दी है। बता दें कि मायावती मंगलवार (23 मई) को सहारनपुर पहुंची थी और जातीय हमले में घायल हुए दलितों से मुलाकात की थीं। खबरों के मुताबिक मायावती के दौरे से कुछ देर पहले कुछ दलितों ने राजपूतों के घर पर हमला किया था। लेकिन जैसे ही मायावती सहारनपुर से निकलीं, अगड़ी जातियों की ओर से दलितों पर हमला शुरू हो गया। अपने घरों पर हमले से गुस्साये राजपूतों ने तलवारें निकाल ली और दलितों पर हमला कर दिया। इस हमले में एक शख्स को गोली लगी है और कुछ दलित तलवार के हमले में घायल भी हुए हैं। घटना के बाद चंदपुर गांव में हालात तनावपूर्ण हैं। पुलिस ने यहां सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी है और दूसरे थानों की पुलिस के साथ साथ पीएसी को भी बुला लिया है।
बता दें कि बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने मंगलवार (23 मई) को सहारनपुर का दौरा किया था। मायावती ने भारतीय जनता पार्टी पर आरोप लगाया कि बीजेपी समाज में वैमनस्य फैलाना चाहती है। मायावती ने कहा कि बीजेपी दलितों और राजपूतों के बीच खाई पैदा कर रही है। मायावती ने दावा किया कि सहारनपुर में हिंसा स्थानीय प्रशासन की विफलता से हुआ है। बीएसपी सुप्रीमो के मुताबिक दलित 14 अप्रैल को बाबा साहेब की जयंती पर रविदास मंदिर में कार्यक्रम करना चाहते थे लेकिन प्रशासन ने उन्हें अनुमति नहीं दी। इसके बाद जब महाराण प्रताप जयंती पर राजपूतों की ओर से जुलूस निकाला गया तो दलितों ने भी इसका विरोध किया और कहा कि प्रशासन ने इस कार्यक्रम की इजाजत नहीं दी है।
योगी सरकार पर आरोप लगाते हुए मायावती ने कहा कि यहां दलित और राजपूत आपसी भाईचारे के साथ रहते आए हैं, लेकिन योगी सरकार के इशारे पर स्थानीय प्रशासन ने यहां माहौल को बिगाड़ा। बता दें कि सहारनपुर में 5 मई को दलितों और राजपूतों के बीच हिंसक भिड़ंत हुई थी। इस घटना में एक हेड कॉन्स्टेबल समेत 16 लोग घायल हुए थे जबकि 1 शख्स की मौत हो गई थी।