प्रदेश पुलिस ने लखनऊ से अगवा एक छात्र को नौ घंटे बाद ही रिहा कराने के साथ आज तड़के उसमें शामिल एक बदमाश अजय राय को मुठभेड़ के बाद अपनी गिरफ्त में ले लिया। लखनऊ पुलिस ने सिर्फ 20 घंटे के अंदर ही यह बड़ी सफलता प्राप्त की।
लखनऊ में कल ला मार्टिनियर कालेज के छात्र अर्णव अग्रवाल के अगवा होने की सूचना से सनसनी फैल गई। इस मामले को लखनऊ पुलिस ने बेहद गंभीरता से लिया। आइजी सुजीत कुमार पाण्डेय ने भी मोर्चा संभाला और सीतापुर जाकर अगवा छात्र को उसकी कार के चालक के साथ पकड़ा। छात्र को चालक ने अगवा करने के बाद अपने साथियों के साथ गन्ना के खेत में रखा था।
पुलिस ने छात्र को सकुशल उसके परिवार के लोगों को सौंपने के बास चालक को अपनी हिरासत में रखा। इसके बाद जब चालक ने सख्ती से पूछताछ की तो उसने इस अपहरण में शामिल मुख्य आरोपी अजय राय के बारे में अहम जानकारी दी।
इस जानकारी के बाद पुलिस ने आज तड़के हजरतगंज क्षेत्र में भैंसा कुंड के पास मुठभेड़ के बाद अजय राय को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस की लामाटीनियर के अर्णव को अगवा करने वाले दो वांछित बदमाशों से मुठभेड़ में एक अजय राय गोली लगने के बाद घायल हो गया। उसका साथी किसी तरह पुलिस के शिकंजे से भाग निकला। अजय राय बिहार के समस्तीपुर का निवासी है। उसका साथी सर्वेश यादव फरार हो गया है।
सोशल मीडिया पर मुठभेड़ फर्जी करार
पुलिस की ये मुठभेड़ किसी के गले नहीं उतर रही है। इस मुठभेड़ को लेकर सोशल मीडिया पर तरह तरह की चर्चा चल रही है। लोगों का कहना है पुलिस ने बेशक मेहनत से छात्र को अपहरणकर्ताओं के चंगुल से छुड़ाया लेकिन पुलिस ने अपहरणकर्ताओं को भी कल ही पकड़ लिया था इनमें से दो की गिरफ्तारी दिखाई गई थी। एक बदमाश को पुलिस कस्डडी में ले रखा था जिसे आज मुठभेड़ में गिरफ्तारी दिखाई जा रही है। लोग सवाल उठा रहे हैं कि क्या बदमाश अजय राय कल एक साथी की गिरफ्तारी के बाद से ही पुलिस का इंतजार कर रहा था। क्या पुलिस की धरपकड़ के बाद अजय राय लखनऊ में ही छिपा रहा, न वो भागा और न पुलिस को सूचना मिली। बदमाश लखनऊ में छिपा पुलिस का इंतजार करता रहा या वाहवाही लूटने के लिए पुलिस ने मुठभेड़ बताई।