रामपुर.सपा के सीनियर नेता आजम खान पर सेना पर दिए विवादित बयान को लेकर केस दर्ज कराया गया है। केस दर्ज होने के बाद आजम खान ने सफाई देते हुए कहा- मैंने किसी जवान की तौहीन नहीं की। अगर किसी फौजी की तौहीन हुई है तो उसकी जिम्मेदारी उन अखबारों पर है, जिन्होंने इस खबर को छापा था। अपनी 100 दिन की नाकामियों को छिपाने के लिए मुझ कमजारे आदमी का गला दबाया जा रहा है। आजम ने ये दी सफाई…
– आजम खान अपने सफाई में कहा- ”देखिए मैंने जो कुछ कहा वो मैंने अपनी तरफ से नहीं कहा। एक शब्द भी मेरा अपना नहीं है। अगर किसी किस्म की अवमानना हुई है, किसी फौजी की तौहीन हुई है तो उसकी जिम्मेदारी उन अखबारों पर है, जिन्होंने इस खबर को छपा था और बड़ी प्रमुख्ता से छापा था। टीवी चैनलों ने 2-3 दिन प्रमुख्ता से इस खबर को दिखाया था।”
– ”हमने केवल इसका जिक्र इस तरह किया कि अगर दाढ़ी है बुरखा ओढ़े हैं तो ट्रेन में सफर नहीं कर सकते। खाना खाने के लिए बर्तन निकाले तो मार दिए जाते हैं।”
– ”अल्लाह के नाम पर भीख मांगे तो भीख नहीं मिलती, जूता-लात और डंडा मिलता है। कानून व्यवस्था का बुरा हाल है। आज ही बिजनौर में एक दारोगा की हत्या कर दी गई है और उसका सर्विस रिवॉल्वर भी गायब है।”
नाकामियों को छिपाने के मेरा गला दबाया जा रहा
– ”ऐसे हालात में अपनी 100 दिन की नाकामियों को छिपाने के लिए मुझ कमजारे आदमी का गला दबाया जा रहा है। मैंने कोई कानून का उल्लंघन नहीं किया। मैंने किसी जवान की तौहीन नहीं की, कोई अपमान नहीं किया।
– ”सिर तो उस दिन झुका होगा, जब एक तरफ दुश्मन देश हमारे जवानों के सर उतार रहा था और दूसरी तरह हमारे देश के प्रधानमंत्री बगैर सूचना के अफगानिस्तान से पाकिस्तान जाकर नवाज शरीफ को जन्मदिन की मुबारकबाद दे रहे थे और उनकी मां के पैरों पर सिर झुका रहे थे, तब सिर झुका होगा। जो काम हमने किया ही नहीं उसको लेकर एफआईआर दर्ज कर दी, मैं इसका जवाब दूंगा।”
आजम पर दर्ज हुआ देशद्रोह का केस
– बता दें, सेना पर विवादित बयान देने वाले सपा के सीनियर नेता आजम खान के खिलाफ केस दर्ज कराया गया है। उनके खिलाफ पुलिस ने आईपीसी की धारा 153ए और 505 के तहत मामला दर्ज किया है।
– यूपी के पूर्व मंत्री शिव बहादुर सक्सेना के बेटे और बीजेपी नेता आकाश सक्सेना ने आजम खां के खिलाफ सिविल लाइन्स थाने में एफआईआर दर्ज कराई है। इसके अलावा आजम के खिलाफ देशद्रोह का केस भी दर्ज कराया गया है।
आजम खान ने क्या कहा था?
– आजम खान ने 27 जुलाई की देर रात रामपुर के सपा कैम्प दफ्तर में वर्कर्स को ऐड्रेस करते हुए कहा था, “कई लोग फौजी के या बेगुनाहों के सिर उतारते हैं। कई लोग हाथ काटते हैं, लेकिन महिला दहशतगर्द फौजियों के प्राइवेट पार्ट्स को काट कर ले गईं। उन्हें हाथ से शिकायत नहीं थी, उन्हें सिर से शिकायत नहीं थी, पैर से भी नहीं थी। जिस्म के जिस हिस्से से उन्हें शिकायत थी, उसे वे अपने साथ ले गईं। ये कितना बड़ा संदेश है, हमें इस पर सोचना चाहिए।”