लखनऊ: एलडीए अफसर अम्बी बिष्ट ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर अरबों रुपये की ट्रस्ट की जमीन अपने पति एएस बिष्ट के नाम कर दी। एलडीए उपाध्यक्ष प्रभु एन. सिंह ने सचिव जयशंकर दुबे से मामले की जांच कराई जिसमें यह बात सही साबित हुई। मामले में तत्कालीन अनुभाग अधिकारी एवं योजना सहायक भी दोषी पाए गए। तीनों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।
एएस बिष्ट (अरविंद सिंह बिष्ट) वर्तमान में प्रदेश में सूचना आयुक्त पद पर तैनात हैं और सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव के समधी हैं। बिष्ट दंपती की बेटी अपर्णा मुलायम सिंह के छोटे पुत्र प्रतीक यादव की पत्नी हैं। जांच के मुताबिक एलडीए की उप सचिव अम्बी बिष्ट ने वर्ष 2015 में अपने पति एएस बिष्ट के नाम पर टीजी नॉर्थ चांदगंज योजना में भूखंड संख्या बी 114 का पट्टा कर दिया।
इस भूखंड का क्षेत्रफल 12 हजार वर्ग फीट है, जिसकी कीमत अरबों रुपये बताई जा रही है। वर्ष 2015 में उप सचिव बिष्ट ने तत्कालीन योजना सहायक रहीं वर्तमान में अनुभाग अधिकारी सीमा अग्रवाल एवं तत्कालीन अनुभाग अधिकारी देवेंद्र लाल आर्या के जरिए फर्जी दस्तावेजों के आधार पर डुप्लीकेट फाइल बनाकर पूर्व में पट्टा का नवीनीकरण कराया।
फिर उन्होंने अपने पति एएस बिष्ट को वर्ष 1995 में प्राधिकरण द्वारा पट्टा करने के फर्जी दस्तावेज दाखिल किए। इसके बाद जमीन की रजिस्ट्री भी करा ली। जांच के बाद एलडीए सचिव ने संयुक्त सचिव (अधिष्ठान) डॉ. महेंद्र कुमार मिश्र को कार्रवाई कराने को कहा है। इस मामले में अम्बी बिष्ट का पक्ष नहीं मिल पाया।
एलडीए उपाध्यक्ष प्रभु एन सिंह ने कहा, सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव के समधी हैं एएस बिष्टट्रस्ट की जमीन का फर्जी तरह से पट्टा करने के मामले की जांच कराई गई है, जिसमें जो लोग दोषी मिले हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई कराई जाएगी।