लखनऊ. सीएम योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को राजधानी के राम मनोहर लोहिया लॉ यूनिवर्सिटी में जीएसटी पर आयोजित वर्कशॉप को संबोधित किया। लोगों को संबोधित करते हुए योगी ने कहा, जीएसटी से सबसे ज्यादा लाभ यूपी को मिलेगा। हालांकि, खास बात ये है कि सभी को सुविधा चाहिए, लेकिन टैक्स देने के टाइम पर बगल वाले को देखता है। आगे पढ़िए योगी ने और क्या कहा…
– उन्होंने कहा, यूपी कन्ज्यूमर स्टेट है। 22 करोड़ की आबादी है, लेकिन बजट 4 लाख करोड़ ही है। हमें अच्छी सड़क और बिजली चाहिए, सीवेज और ड्रेनेज सिस्टम भी अच्छा चाहिए, सरकार से सस्ता अनाज भी चाहिए, बिजली का बिल भी कम चाहिए, सरकारी मकान भी सस्ते चाहिए। भले ही अपने घर का कूड़ा कचरा सड़कों पर फेंके, लेकिन उसे हटाने के लिए सरकारी कर्मचारी चाहिए। इसके लिए हमारे पास कम से कम 10 लाख करोड़ होना चाहिए। सिर्फ 4 लाख करोड़ बजट से काम नहीं चलेगा।
– वहीं, जब टैक्स देने की बारी आती है तो लोग बगल वालों को देखने लगते हैं कि ये थोड़ा ज्यादा टैक्स देता तो अच्छा था, हमें कम देना पड़ेगा।
– अब सरकार ने टैक्स चोरों के लिए जीएसटी लागू किया है जिससे एक साल के अंदर सारे टैक्ट चोर ऑनलाइन आ जाएंगे। अब उन्हें मजबूर होकर टैक्स भरना पड़ेगा। वो चोरी नहीं कर पाएंगे।
– जीएसटी से प्रदेश में आर्थिक सुधार होगा। सरकार के पास पैसा होगा तो सुविधाओं की डिमांड भी पूरी हो सकेगी। जीएसटी से हमारा बजट बढ़ेगा। हम आर्थिक आजादी की आरे आगे बढ़ रहे हैं।
– अब तक 1 करोड़ प्रत्यक्ष रूप से टैक्स नहीं देते हैं, लेकिन जीएसटी से 5 करोड़ लोग सीधे टैक्स देंगे। जिसका 100 करोड़ का टर्नओवर है उसे भी छोटा सा अधिकारी जाकर हड़का देता है। जीएसटी से सब आॅनलाइन होगा, कोई डर नहीं। नोटबंदी से दाल के दाम कंट्रोल हुए।
– जीएसटी के लिए जिन्होंने सहयोग किया, उनको धन्यवाद है। लोगों को एक-दो साल तक चार्टड अकाउंटेंट के पास जाना होगा। उसके बाद वो खुद से समझदार हो जाएंगे, देश का पैसा देश में लगेगा।
जीएसटी एक बड़ा अभियान है
– जीएसटी एक बड़ा अभियान, बड़ा अवसर है। जनहित के काम में कोई सरकार कभी बुरा नहीं चाहेगी। जीएसटी काउंसिल लगातार इस पर बैठक कर रही है। उवर्रक पर 12 फीसदी टैक्स था, लेकिन जीएसटी काउंसिल ने इसे घटाकर 5 फीसदी कर दिया। इससे किसानों को फायदा होगा।
-कुछ लोगों से हमने बात किया कि क्या है जीएसटी? फिर पूछा क्यों कर रहे हो विरोध? तो बोले- कुछ लोग कर रहे हैं तो हम भी साथ में खड़े हो गए। ऐसे लोग इसका विरोध कर रहे हैं। वहीं, जिसको गिनती नहीं आती, जिसको अक्षर का ज्ञान नहीं, वो भी स्मार्ट फोन का इस्तेमाल कर रहे हैं।
-सीएम ने कहा, हमें पूरा यकीन है कि बदलाव जरूर आएगा। हमें लगता है पीएम मोदी ने बहुत सोच-समझकर 1 जुलाई को ही लागू करने के लिए चुना होगा, क्योंकि आज चाटर्ड अकाउंटेंट डे है। इसे जीएसटी डे के रूप में मनाने के लिए चुना, अच्छा ही हुआ।