Friday, May 17, 2024
featuredउत्तर प्रदेशगोण्डालखनऊ

गोण्डा जिले में नहीं सुरक्षित है पुलिस अब अपराधियों ने किया चौकी इंचार्ज पर जानलेवा हमला।

SI News Today

Police is not safe in Gonda district. Now the criminals did the murderous assault on Chauki Incharge.

      

उत्तर प्रदेश के गोण्डा जिले में अब आये दिन बड़े आपराधिक मामले सामने आ रहे हैं, जिसमे पुलिस विभाग की नाकामयाबी की कलई लगातार खुलती जा रही है। एक तरफ जिला पुलिस अब तक छेड़छाड़ और बैंक डकैती के अपराधियों को पकड़ पाने में नाकाम थी वहीं दूसरी तरफ अब पुलिस अपराधियों से खुद भी सुरक्षित नहीं है। आपको बता दें बीती शुक्रवार की रात करीब 9 बजे सद्भावना चौकी इंचार्ज जावेद अखबर त्यौहारों को मद्देनजर रखते हुए रात्रि गश्त पर निकले थे, तथा वहीं कुछ दूरी पर एश्मे पब्लिक स्कूल के सामने चार संदिग्ध लोगों को देख चौकी इंचार्ज जावेद उनके पास पूछताछ के लिए गये। पूछताछ के दौरान ही उनमें से दो संदिग्धों ने चौकी इंचार्ज पर हमला कर दिया तथा उनमें से एक व्यक्ति ने अपनी शर्ट से असलहा निकाल कर जावेद पर हमला करने का प्रयत्न किया। जब तक चौकी इंचार्ज जावेद कुछ समझ पाते उससे पहले ही दो अन्य युवकों ने जावेद पर पीछे से हमला कर उनको घायल करने का प्रयास किया। लेकिन चौकी इंचार्ज जावेद ने बहादुरी के साथ लड़ते हुए दो युवकों को धर दबोचा तथा अपनी गिरफ्त में लिया। पहचान में गिरफ्तार पहला व्यक्ति रवि प्रताप सिंह पुत्र संजय प्रताप सिंह निवासी जानकीनगर कुष्ठ सेवा केंद्र के सामने तथा दूसरा व्यक्ति दीपक कुमार तिवारी पुत्र सौतेला प्रसाद तिवारी निवासी झंझरी ब्लॉक पूरे शिवा बख्तावर के सामने का बताया जा रहा है। इनके पास से चार जिंदा कारतूस तथा तीन मोबाईल फोन बरामद किये गए हैं। पूछताछ के दौरान दोनों ने दो फरार अभियुक्तों का नाम मिंटू उर्फ उपेंद्र सिंह पुत्र मधुर सिंह मिश्रौलिया जानकी नगर ,दूसरा अभियुक्त रोमी शुक्ला पुत्र संतराम निवासी गंगापुर को बताया है। पुलिस ने पकड़े गए अभियुक्तों के विरुद्ध 1. मु०अ० स०-632/18 धारा 332.307.504.506 भादवि व 7.25 आर्म्स एक्ट, 2. मु०अ०स०-633/18 धारा 332.307.504.506 भादवि व 7.25 आर्म्स एक्ट। 03.मु० अ०स०634/18 धारा 332.307.504.506 भादवि व 7/25 आर्म्स एक्ट दर्ज कर लिया है। आपको बता दें मिंटू उर्फ उपेंद्र सिंह व रोमी शुक्ला जिले के शातिर अपराधी माने जाते हैं व सूत्रों की मानी जाए तो गंगापुर गांव व पूरे जिले में इन दोनों ने कई आपराधिक घटनाओँ को पूर्व में भी अंजाम दिया है व अपनी ऊंची रसूख व जिले के सत्ताधारी नेताओं के करीबी होने के कारण यह अब तक पुलिस की गिरफ्त में नहीं आये हैं। जिले में इस तरह अपराधियों के बुलन्द हौसले देख कर पुलिस की कार्यशैली पर एक बड़ा प्रश्नचिन्ह लगता है साथ ही गोण्डा में क्षीण होती कानून व्यवस्था जिले के पुलिस अधीक्षक व अन्य अधिकारियों की क्षमता पर भी सवाल खड़ा करती है।

SI News Today

Leave a Reply