ईरान के एक जहाज के सप्ताहांत में अमेरिकी नौसेना के जहाज से सिर्फ 150 गज दूर रह जाने की खबरों के सामने आने के बाद व्हाइट हाउस ने कहा है कि अमेरिका अब ईरान की ‘उत्तेजक’ कार्रवाई बर्दाश्त नहीं करेगा। व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव सीन स्पाइसर ने अपने दैनिक संवाददाता सम्मेलन में संवाददाताओं को बताया, ‘अमेरिकी नौसेना के जहाज के करीब आ जाने के बारे में राष्ट्रपति को अवगत कराया गया है। वह इस मामले में बेहद स्पष्ट हैं कि यह उत्तेजक कार्रवाई ऐसी है जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।’ पेंटागन में मुताबिक सप्ताहांत में हरमुज जलडमरूमध्य में ईरानी जहाज बेहद खतरनाक तरीके से अमेरिकी नौसेना के निगरानी जहाज के करीब आ गया था। रक्षा मंत्रालय ने ईरान की इस गतिविधि की निंदा करते हुए इसे ‘असुरक्षित और गैरपेशेवराना’ बताया है।
अमेरिका ने मिसाइल प्रक्षेपण के बाद ईरान को ‘नोटिस पर’ रखा, परिणाम भुगतने की दी चेतावनी
अमेरिका ने बैलिस्टिक मिसाइल का प्रक्षेपण करने के कारण ईरान को गुरुवार (2 फरवरी) को ‘नोटिस पर’ रखा और नुकसान पहुंचाने वाली इस कार्रवाई के लिए परिणाम भुगतने की चेतावनी दी। इस कदम के साथ अमेरिका ने तेहरान के खिलाफ कड़े रुख अपनाने के संकेत दे दिये हैं और यह रुख दोनों देशों के बीच नये सिरे से टकराव का मंच तैयार कर सकता है। अमेरिका राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार माइकल फ्लिन ने कहा, ‘हम आज से आधिकारिक रूप से ईरान को नोटिस पर रख रहे हैं।’ इस घोषणा से इस बात का संकेत मिला है कि ईरान के साथ कूटनीतिक संबंध बनाने की पूर्व ओबामा प्रशासन की नीति पर पानी फिर सकता है। इस नीति के परिणामस्वरूप वर्ष 2015 में बहुराष्ट्रीय परमाणु समझौता हुआ था।
फ्लिन ने कहा कि रविवार (5 जनवरी) को ‘उकसाने वाला’ कार्य करते हुये बैलिस्टिक मिसाइल का प्रक्षेपण करने और ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों द्वारा सऊदी अरब के एक नौसैनिक पोत पर हमला करने जैसे हालिया ईरानी कदम क्षेत्र में ‘ईरान के अस्थिर करने वाले व्यहवार को रेखांकित करते हैं और यह बात अंतरराष्ट्रीय समुदाय को स्पष्ट होनी चाहिए।’ सलाहकार ने कहा कि ईरान द्वारा मिसाइल का प्रक्षेपण किया जाना संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव 2231 का उल्लंघन है। ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद ईरान का यह पहला मिसाइल प्रक्षेपण है।