Friday, April 26, 2024
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आरोपी ईसाईयों से पाकिस्तानी वकील ने कहा, सजा से बचना है तो इस्लाम धर्म कबूल कर लो

SI News Today

पाकिस्तान के एक वरिष्ठ अभियोजक पर आरोप लगाया गया है कि उसने दो साल पहले हुई सामूहिक हिंसा में दो मुस्लिमों की हत्या के मामले में सजा से बचने के लिए ईसाई समुदाय के दर्जनों लोगों को ब्लैकमेल किया और उन्हें इस्लाम धर्म कबूल करने को कहा.

42 लोगों पर दो मुस्लिम व्यक्तियों की हत्या का आरोप

दो चर्चं में रविवार की प्रार्थना सभा को निशाना बनाकर किये गये आत्मघाती विस्फोट के बाद 15 मार्च 2015 को लाहौर के पास योहानाबाद ईसाई इलाके में यह हिंसा भड़की थी. ईसाई समुदाय के करीब 42 लोगों पर विस्फोट में शामिल होने के संदेह में दो मुस्लिम व्यक्तियों की हत्या के आरोप लगाये गये थे.

पाकिस्तानी अखबार द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की खबर के मुताबिक आरोपियों को कानूनी सहायता दे रहे मानवाधिकार कार्यकर्ता जोसफ फ्रांसी ने कहा कि उप जिला सरकारी अभियोजक (डीडीपीपी) सैयद अनीस शाह ने आरोपियों से कहा कि अगर वे ईसाई धर्म को छोड़ दें तो उन्हें बरी किया जा सकता है.

हक्का बक्का रह गये आरोपी

 जोसेफ ने कहा, ‘उन्होंने आरोपियों को बताया कि अगर वे इस्लाम धर्म कबूल कर लेंगे तो वे उन्हें इस मामले में बरी होने की गारंटी दे सकते हैं.’ कार्यकर्ता ने कहा कि आरोपी चुप रहे और वे हक्का बक्का रह गये.

पहली बार किसी ने ऐसा कहा

पाकिस्तान में अल्पसंख्यक समुदाय के लोग मुस्लिम धर्म गुरुओं पर उन्हें इस्लाम धर्म कबूल करने के लिए मजबूर करने का आरोप लगाते रहे हैं, लेकिन यह पहली बार है जब किसी सरकारी पदाधिकारी ने कानूनी प्रक्रिया से बचाने के लिए धर्मांतरण का इस्तेमाल किया है.

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