द्रविड मुन्नेतरा काजगम (DMK) के नेता एम.के. स्टालिन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला। स्टालिन ने मोदी पर हिन्दी थोपने का आरोप लगाया। स्टालिन ने कहा कि ऐसा करके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संविधान और गैर हिन्दी भाषी लोगों के अधिकारों का हनन कर रहे हैं। स्टालिन ने अपने ट्विटर अकाउंट पर एक वीडियो पोस्ट करके ये सब बातें की। स्टालिन ने वीडियो में कहा है कि बीजेपी सरकार देश की अखण्ता को खत्म करने की कोशिश कर रही है। वीडियो में स्टालिन कहते हैं, ‘बीजेपी सरकार ने राष्ट्रपति से इजाजत लेकर एयरपोर्ट्स पर हिंदी में अनाउंसमेंट करवानी शुरू कर दी है, प्रेस न्यूज और विज्ञापनों भी हिन्दी में दिए जाने लगे हैं, देश भर के सभी CBSE स्कूलों में भी हिन्दी को जरूरी बनाया जा रहा है।’
स्टालिन ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि वे सभी स्कीम्स का नाम भी हिन्दी या फिर संस्कृत में रखते हैं जिसको बाद में किसी और भाषा में अनुवाद करवाना होता है। स्टालिन ने नेशनल हाईवे मामले का भी जिक्र किया जिसका हिन्दी में नाम लिखने पर हंगामा हुआ था। उसपर पहले इंग्लिश में नाम लिखा हुआ था।
स्टालिन ने कहा, ‘प्राइमरी स्कूल से लेकर संसद तक, नागरिकों पर हिन्दी को थोपा जा रहा है। बीजेपी सरकार देश के गैर हिन्दी भाषी लोगों को धोखा दे रही है जिसमें हमारी आने वाली पीढ़ी भी शामिल है।’ स्टालिन ने कहा कि ऐसा करके केंद्र सरकार संविधान का उल्लंघन कर रही है जिसमें सभी नागरिकों को बराबर अधिकार दिए गए हैं।
स्टालिन ने कहा, ‘संविधान के आठवीं अनुसूची के मुताबिक, भारत की सभी भाषाओं जिसमें तमिल भी शामिल है उसको आधिकारिक भाषा बताया गया है।’ स्टालिन ने आगे कहा कि वह DMK और सभी गैर हिंदी भाषी लोगों की तरफ से इसका विरोध करते हैं।
मोदी सरकार को चेतावनी देते हुए स्टालिन ने कहा कि वे इंडिया को ‘हिंडिया’ बनाने की कोशिश ना करें वर्ना हिन्दी विरोधी नई ताकतों का उदय होगा।