तकनीकी क्षेत्र में तेजी से विकास कर रहे चीन ने शांक्सी प्रांत के दतोंग में विशाल पांडा के आकार का सोलर फार्म बनाया है। 248 एकड़ में फैले इस सोलर फॉर्म में 100 मेगावाट तक की बिजली पैदा करने की क्षमता होगी। सूत्रों के अनुसार अगले 25 सालों में ये सोलर फॉर्म करीब 3.2 अरब किलोवाट की ग्रीन इलेक्ट्रीसिटी का उत्पादन करेगा। बता दें कि चीन के ज्यादातर क्षेत्रों में सोलर फॉर्म के लिए चमकदार पैनलों की पंक्तियां बनाई गई हैं। इन्हीं चमकदार पैनलों से विशाल पांडा का आकार बनाया गया है। चित्र में पांडा की आंखें अलग दिशाओं की तरफ देख रहीं हैं। वहीं पांडा की आंखों में काले रंग के सिलिकॉन सोलर का इस्तेमाल किया गया है। पांडा के आकार में बनाए गए इस सोलर पैनल में कहीं-कहीं सफेद रंग के सिलिकॉन सोलर का इस्तेमाल किया गया है। चीन की मर्चेंट न्यू एनर्जी ग्रुप के सीईओ एनल ली ने बताया कि इस सोलर पैनल का निर्माण पांडा के शरीर की बनावट के आधार पर बनाय गया है। हमारा उद्देश्य छोटी उम्र के युवाओं को इस तरह के सोलर फॉर्म बनाकर सोलर ऊर्जी की तरफ प्रभावित करना है।
वहीं स्थानीय पीवी मैगजीन ने जानकारी देते हुए बताया कि सोलर प्लांट का पहला फेज 30 जून (2017) को पूरा कर लिया गया जिसने चीन के उत्तरी-पश्चिमी हिस्से की एक ग्रिड में पॉवर देनी शुरू कर दी है। वहीं इसके दूसरे फेज का काम भी जल्द ही शुरू कर दिया जाएगा। दूसरी तरफ सोलर फॉर्म का निर्माण करने वाली कंपनी का दावा है कि ये एक 100 मेगावट पांडा पॉवर प्लांट हर हर घंटे 3.2 अरब किलोवाट बिजली का उत्पादन करने में सक्षम होगा। इससे बिजली निर्माण में लगने वाले 1.056 मिलियन कोयले की बजत होगी। जबकि 2.74 मिलियन कार्बन डाइऑक्साइड के उत्सर्जन में कमी आएगी।
संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी) द्वारा समर्थित ये प्रोजेक्ट चीन के विकास में अहम भूमिका निभाएगा। साथ ही युवाओं को इसमें शामिल करने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। वहीं ये प्रोजेक्ट बड़े पैमाने पर युवाओं को प्रकृति के प्रति जागरुक और साफ एनर्जी का इस्तेमाल करने के प्रति महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। ये बात यूएनडीपी ने अपने एक बयान में कही है। दूसरी तरफ कंपनी की योजना आगामी सालों में देशभर में ऐसे और सोलर पांडा का निर्माण करने की है।