डोनाल्ड ट्रंप – एक ऐसे अमेरिकी राष्ट्रपति जो जब से चुनकर आए हैं मीडिया की कड़ी आलोचना का शिकार हो रहे हैं. कभी उनके द्वारा लिया गया ट्रेवल प्रतिबंध का फैसला तो कभी उनका अपने ही देश की सर्वश्रेष्ठ अदालत को कोसना. सिर्फ कोर्ट ही नहीं, उन्होंने अमेरिकी मीडिया को भी ‘फर्ज़ी’ और ‘मनगढंत’ करार दिया है. मोटे तौर पर उनका रवैया और उनके भाषण दोनों ही कई बार समझ के परे माने जाते हैं. ऐसा ही कुछ हुआ जब जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल से व्हाइट हाउस में उनकी पहली आधिकारिक मुलाकात हुई.
दोनों नेताओं के बीच बातचीत के बाद औपचारिक तस्वीर खिंचवाने की बारी आई जिसके लिए तमाम प्रेस फोटोग्राफर मौजूद थे. रिवाज़ के मुताबिक दोनों देशों के प्रमुखों को एक दूसरे से हाथ मिलाते हुए तस्वीर खिंचवानी थी. इस बार भी फोटोग्राफरों ने दोनों नेताओं से ‘हैंडशेक’ के लिए कहा लेकिन ट्रंप ने इस बात को कान ही नहीं दिया. जब ट्रंप ने प्रेस के निवेदन को अनसुना किया तो खुद एंजेला ने ट्रंप से कहा कि ‘ये लोग हमसे हैंडशेक करने के लिए कह रहे हैं.’ ट्रंप ने इसके बावजूद भी मर्केल से हाथ मिलाना तो दूर उनकी तरफ देखा भी नहीं.
इस घटना को अंतरराष्ट्रीय मामलों के जानकार जैसे भी देंखे लेकिन ट्विटर ने बिना किसी देरी के अपनी राय देना शुरू भी कर दिया. कुछ का कहना था कि ट्रंप की बॉडी लैंग्वेज से लग रहा था कि वह सहज नहीं थे तो कुछ ने चुटकी लेते हुए कहा कि वह एंजेला जैसी मजबूत महिला से डर गए.
मर्केल की अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपतियों और वर्तमान राष्ट्रपति से मुलाकात की भी तुलना कर दी गई
वैसे इसका एक पहलू यह भी हो सकता है कि हाल ही में डोनाल्ड ट्रंप के हाथ मिलाने के अंदाज़ की काफी आलोचना की गई थी. ऐसा कहा जा रहा था कि उनके हाथ मिलाने का तरीका कुछ ऐसा है जिससे अंतरराष्ट्रीय नेता भी असहज हो जाते हैं.
ऐसे में हो सकता है कि इस निंदा को सुनकर डोनाल्ड ट्रंप ने सोचा कि इससे अच्छा हाथ ही न मिलाया जाए…आप क्या कहते हैं…नीचे कमेंट बॉक्स है अपनी राय रखने के लिए..