चीन ने गुरुवार को अमेरिका से कहा कि उसे पाकिस्तान की संप्रभुता का सम्मान करना चाहिए और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में आगे रहने के लिए पाकिस्तान का समर्थन करना चाहिए। चीन ने ट्रंप प्रशासन द्वारा आतंकी समूहों को शरण देने के लिए इस्लामाबाद के खिलाफ सख्त कदम उठाने पर विचार करने की खबरों के बीच अमेरिका को यह सलाह दी है। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने यहां मीडिया से कहा, ‘‘पाकिस्तान दक्षिण एशिया में महत्वपूर्ण देश है। पाकिस्तान में शांति, स्थिरता और आर्थिक विकास क्षेत्रीय देशों और लोगों के हितों की पूर्ति करता है।’’
वह इन खबरों पर प्रतिक्रिया दे रहे थे कि अफगानिस्तान में हमलों को अंजाम दे रहे पाकिस्तान में रहने वाले आतंकवादियों पर कार्रवाई के लिए अमेरिका पाकिस्तान के प्रति अपने रुख को कड़ा करने पर विचार कर रहा है। गेंग ने कहा, ‘‘पाकिस्तान आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक लड़ाई में आगे है। वह आतंकवाद का पुरजोर विरोध कर रहा है और उसने आतंकवाद से लड़ाई में तथा क्षेत्रीय सुरक्षा और स्थिरता बनाये रखने में महत्वपूर्ण कुर्बानी और योगदान दिया है।’’
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को यह बात समझनी चाहिए और पाकिस्तान की संप्रभुता तथा क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करने के आधार पर आतंकवाद से लड़ने के उसके प्रयासों का समर्थन करना चाहिए। अमेरिकी विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन ने पिछले हफ्ते विदेश विभाग के वार्षिक बजट प्रस्तावों पर कांग्रेस की एक सुनवाई के दौरान कहा था कि ट्रंप प्रशासन पाकिस्तान के साथ संबंधों की अंतर-एजेंसी नीतिगत समीक्षा शुरू कर रहा है और राष्ट्रपति ने इस्लामाबाद को समर्थन और आर्थिक मदद के स्तर के बारे में विशेष रूप से सवाल पूछे हैं।
अफगानिस्तान भी पाकिस्तान का पुरजोर आलोचक रहा है और उसने पाकिस्तान पर कट्टरपंथी तालिबान के धड़ों को शरण देने का आरोप लगाया है। पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच तनाव को कम करने के लिए चीन के विदेश मंत्री वांग यी की इस सप्ताह दोनों देशों की यात्रा की संभावना की खबरों के बारे में पूछे जाने पर गेंग ने कहा कि चीन के दोनों देशों से मित्रवत लेनदेन बने हुए हैं लेकिन उन्होंने वांग की यात्रा की खबरों की पुष्टि नहीं की।
उन्होंने कहा, ‘‘पाकिस्तान और अफगानिस्तान दोनों चीन के पड़ोसी हैं। हमारे दोनों देशों से दोस्ताना रिश्ते और उच्चस्तरीय लेनदेन हैं। इसलिए अगर हमारे पास कोई जानकारी होगी तो हम सही समय पर जारी करेंगे।’’
अधिकारी ने कहा, ‘‘चीन गंभीरता के साथ उम्मीद करता है कि पाकिस्तान और अफगानिस्तान अपने आपसी विश्वास को गहरा करने और रिश्तों को सुधारने के लिए अपना संवाद बढ़ा सकते हैं। उन्हें क्षेत्रीय शांति और स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए एक साथ काम करना होगा और चीन इस बाबत सकारात्मक भूमिका निभाना चाहेगा।’’
अफगानिस्तान ने हाल ही में काबुल के राजनयिक क्षेत्र में हुए आतंकी हमलों के लिए इस्लामाबाद को जिम्मेदार ठहराया था जिसके बाद दोनों देशों के बीच दरार और गहरी हो गयी।