अगर किसी देश का प्रधानमंत्री दूसरे देश के दौरे पर जाता है तो आप सोचिए कि उसकी प्रथमिकताएं क्या होंगी? जिस देश में गया है उसके पीएम से मिलना या देश के जिस राज्य में गया है उसके सीएम और गवर्नर से मिलना। जी नहीं ऐसा बिल्कुल नहीं है। मलेशिया के प्रधानमंत्री नाजिब रजाक गुरुवार को पांच दिन के भारत दौरे पर आ रहे हैं। उनके साथ उनकी पत्नी रोस्माह मंसूर भी भारत आ रही हैं। मलेशिया के प्रधानमंत्री और उनकी पत्नी कबाली के हीरो रजनीकांत के फैन हैं। उन्होंने चैन्नई पहुंचने के बाद सबसे पहले तमिल एक्टर रजनीकांत से मिलने की इच्छा जताई है। लगभग पूरी कबाली फिल्म मलेशिया में ही शूट हुई थी। 2016 में रजनीकांत कबाली की शूटिंग के दौरान मलेशिया के मलक्का में काफी दिन रहे थे। उसी समय से मलेशिया के पीएम और उनकी पत्नी रजनीकांत के फैन हैं।
रजनीकांत की फिल्म कबाली ने अच्छी खासी कमाई की थी। अभी रजनीकांत एक फिल्म की शूटिंग में व्यस्त हैं। उन्होंने अभी तक मलेशिया के पीएम और उनकी पत्नी से मुलाकात का वक्त तय नहीं किया है। उम्मीद की जा रही है कि अगले दो दिन में वह मुलाकात का वक्त दे सकते हैं। टेलिग्राफ की खबर के मुताबिक मलेशिया के पीएम के मिनट-टू-मिनट प्रोग्राम में शुक्रवार सुबह का समय रजनीकांत से मुलाकात के लिए रखा गया है। मलेशिया के पीएम नाजिब रजाक और उनकी पत्नी भारतीय सिनेमा के फैन हैं। वह हिन्दी, तमिल और अन्य भारतीय भाषाओं की फिल्में भी देखते हैं। बता दें करीब एक दशक पहले बॉलिवुड स्टार शाहरुख खान को मलेशिया में ‘डेटो’ अवॉर्ड से नवाजा गया था। यह अवॉर्ड मलेशिया के लिए ऐसे ही है जैसे कि भारत में पद्मश्री अवॉर्ड है।
चार दिन पहले मलेशिया की संसद के निचले सदन में मलेशिया के पर्यटन और संस्कृति मंत्री डाटो सेरी मोहम्मद नजरी अब्दुल अजीज ने प्रस्ताव रखा कि रजनीकांत, पीएम नाजिब रजाक और उनकी पत्नी रोस्माह मंसूर की मुलाकात के बाद मल्क्का में शाहरुख खान की जगह रजनीकांत को टूरिजम एंबेसडर नियुक्त कर देना चाहिए। इस वीवीआईपी दौरे के लिए अगले 48 घंटे बहुत ही खास हैं। रजनीकांत इन दोनों को मिलने का वक्त दे देते हैं फिर तो पीएम और उनकी पत्नी के लिए अच्छा है। मलेशियाई पीएम और उनकी पत्नी पांच दिन के भारत दौरे पर हैं।