प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जुलाई में इजराइल की यात्रा करेंगे। इस दौरान दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी पर बातचीत हो सकती है। प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा से पहले ही भारत का पहला मिसाइल ड्रोन इजराइल में तैयार है। ये ड्रोन सीमा पार से होने वाले हमलों को रोकने में सक्षम है।
इकनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार हेरॉन टीपी सशस्त्र ड्रोन दुश्मन का पता लगाने और उसे नष्ट करने में सक्षम है। ये ड्रोन जमीन से हवा में मार करने में सक्षम है। भारत इसे 2015 से ही सेना में शामिल करने की इच्छा में था।
आपको बता दें कि इजराइल भारत का शीर्ष हथियार आपूर्तिकर्ता है। भारत की ‘मेक इन इंडिया’ पहल में भी इजरायल हिस्सेदारी करने में काफी उत्सुक है और प्राइवेट सेक्टर में साझेदारी के साथ अपनी कंपनियों को स्थानांतरित करने की इच्छा रखता है।
सूत्रों के अनुसार 10 हेरॉन टीपी सशस्त्र ड्रोन जिसे भारत 2015 से ही खरीदने की प्रक्रिया में था अब डिलीवरी के लिए तैयार है। भारत ने ड्रोन को पहले ही खरीद लिया होता लेकिन अंतिम भुगतान अभी तक अटका हुआ है।
इजराइल ने फरवरी में बेंगलुरु के एयरो इंडिया शो में हेरॉन टीपी ड्रोन का प्रदर्शन किया था, जिसके बाद 11 सितंबर 2015 में रक्षा मंत्रालय ने इजराइल से 400 मिलियन डॉलर में 10 मिसाइल-सशस्त्र ड्रोन की खरीद को मंजूरी दी थी।
इससे पहले भी सशस्त्र बलों ने 2012 में इस सशस्त्र ड्रोन को खरीदने का प्रस्ताव रखा था, लेकिन इस प्रस्ताव को उस समय राजनीतिक समर्थन नहीं मिल पाया था।