प्रमुख ई-कामर्स कंपनी अमेजन डाट इन अब लोगों के लिए रोजगार लेकर आया है। अमेजन ने कहा है कि उसने विशेषकर बड़े घरेलू उपकरणों व फर्नीचर उत्पादों की आपूर्ति के लिए सात नए गोदाम बनाए हैं। कंपनी के इस कदम से 1,200 रोजगार अवसर पैदा होंगे। कंपनी ने भारतीय बाजार में पांच अरब डॉलर के निवेश की प्रतिबद्धता जताई है। कंपनी उक्त श्रेणी में बढ़ती मांग को ध्यान में रखते हुए 33 आपूर्ति केंद्र भी स्थापित करेगी। अमेजन इंडिया के उपाध्यक्ष अखिल सक्सेना ने बताया कि देश भर में कंपनी के ऐसे 27 गोदाम थे। नए गोदामों के साथ संख्या बढ़कर दस राज्यों में 34 हो गई है।
उन्होंने ये भी कहा कि 150 से अधिक शहरों में बड़े उपकरणों व फर्नीचर उत्पादों की आपूर्ति के लिए हमने नौ गोदाम व 33 विशेष आपूर्ति केंद्रों का बुनियादी ढांचा खड़ा किया है। इस पहल का उद्देश्य इस तरह के उत्पादों की त्वरित व सुनिश्चित आपूर्ति है। उन्होंने कहा कि सात नए गोदाम स्थापित किए गए हैं जबकि मुंबई व गुड़गांव में मौजूदा केंद्र विशेष रूप से इस श्रेणी के लिए ही होंगे। सक्सेना ने इसमें किए गए निवेश की जानकारी नहीं दी।
इससे पहले ऑनलाइन रिटेलर मसलन फ्लिपकार्ट, स्नैपडील और अमेजन ने एक साथ मिलकर जीएसटी कानून के मसौदे में स्रोत पर कर कटौती (टीसीएस) नियमों पर चिंता जताई है। टीसीएस के तहत ई-कॉमर्स मार्केटप्लेस में विक्रेता को किए जाने वाले भुगतान का एक हिस्सा काटकर उसे सरकार के पास जमा कराना होगा। कंपनियों का कहना है कि इससे सालाना 400 करोड़ रुपए की राशि फंस जाएगी। इससे दुकानदार ऑनलाइन बिक्री से हतोत्साहित होंगे। जीएसटी कानून के इस आदर्श मसौदे को इस महीने के अंत तक अंतिम रूप दिया जाना है। हालांकि पहले अमेजन आपत्तिजनक सामान बेचने से सुर्खियों में रही है। हाल ही में कंपनी की वेबसाइट पर भारत के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की तस्वीर वाली चप्पलों की तस्वीरें अपलोड की गई थी, जिसकी वजह से काफी बवाल हुआ था।