मौजूदा दौर में क्रिकेट का खेल काफी तेज हो गया है और यह कमाल क्रिकेट के छोटे फॉर्मेट टी20 क्रिकेट का है। यही वजह है कि आज वनडे क्रिकेट में 400 रनों का स्कोर भी असंभव नहीं रह गया है, वहीं टेस्ट क्रिकेट में एक दिन में ही 400-450 रन बन रहे हैं। लेकिन क्या आप यकीन करेंगे कि जब क्रिकेट अपनी पूरी कलात्मकता के साथ खेला जाता था, उस दौर में एक बल्लेबाज ने गेंदबाजों की ऐसी बखिया उधेड़ी थी कि सिर्फ 4 घंटे में 345 रन ठोक दिए थे। जी हां, ये कमाल किया था ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज चार्ली मैकार्टनी ने। चार्ली का निक नेम ‘गवर्नर जनरल’ था और वह बल्लेबाजी भी कुछ इसी अंदाज में करते थे।
चार्ली ने साल 1921 में नॉटिंघमशायर के खिलाफ एक प्रथम श्रेणी टेस्ट मैच में सिर्फ 4 घंटे में 345 रन बनाए थे। खास बात है कि जिन गेंदबाजों के खिलाफ चार्ली ने ये रन बनाए, वो या तो इंग्लैंड के लिए टेस्ट मैच खेल चुके थे, या फिर बाद में खेले। चार्ली क्रिकेट इतिहास के 5 बल्लेबाजों में से दूसरे ऐसे बल्लेबाज हैं, जिन्होंने टेस्ट मैच के पहले दिन लंच से पहले ही शतक बना लिया था। हालांकि शुरुआत में चार्ली का प्रदर्शन उतना अच्छा नहीं रहा था। 1907-08 से लेकर 1912 तक खेले गए 21 टेस्ट मैच में चार्ली मैकार्टनी ने 26.6 की औसत से रन बनाए थे, वहीं इस दौरान चार्ली ने सिर्फ एक शतक बनाया था। गेदबाजी में चार्ली ने 26 की औसत से 34 विकेट लिए थे। लेकिन 1920-21 की एशेज सीरीज से लेकर 1926 तक चार्ली की बल्लेबाजी कमाल की रही। इस दौरान चार्ली ने 69.5 की औसत से रन बनाए और इस समय में चार्ली ने 6 शतक और 3 अर्द्धशतक भी लगाए।
चार्ली मैकार्टनी की बल्लेबाजी का तरीका पारम्परिक नहीं था, लेकिन उनका स्ट्रोकप्ले गजब का था। चार्ली की विध्वंसकारी बल्लेबाजी का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि क्रिकेट के महानतम बल्लेबाज सर डॉन ब्रैडमेन उन्हें अपने क्रिकेट करियर की प्रेरणा मानते थे। मैकार्टनी ऑलराउंडर खिलाड़ी थे और उन्हें साल 2007 में ऑस्ट्रेलिया के क्रिकेट हाल ऑफ फेम में भी शामिल किया गया था। 9 सितंबर, 1958 को 72 साल की उम्र में ‘गवर्नर जनरल’ चार्ली मैकार्टनी की मौत हो गई थी।