अन्नाद्रमुक के डिप्टी जनरल सेक्रेटरी टीटीवी दिनाकरण के खिलाफ दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच में रिश्वत का मामला दर्ज किया गया है। दिनाकरण को सुकेश चंदर नाम के शख्स ने कहा था कि 60 करोड़ रुपये देने पर अन्नाद्रमुक का चुनाव चिह्न शशिकला कैंप को मिल जाएगा। वे आरोपी के साथ लगातार संपर्क में थे और उन्हें जांच के दौरान पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है। यह चुनाव चिह्न चुनाव आयोग ने पिछले महीने जब्त कर लिया था। दिनाकरण शशिकला कैंप से हैं। अन्नाद्रमुक का चुनाव चिह्न पौधे की दो पत्तियां हैं। जयललिता के निधन के बाद पार्टी में दो खेमे बन गए थे। एक खेमा शशिकला के नेतृत्व में जबकि दूसरा पूर्व सीएम ओ पन्नीरसेल्वम के नेतृत्व में है। दोनों खेमे चुनाव चिह्न पर दावा कर रहे हैं। आरके नगर उपचुनाव से पहले आयोग ने इस निशान को जब्त कर लिया।
सुकेश चंद्रशेखरन को दिल्ली पुलिस ने रविवार (16 अप्रैल) रात को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने बताया कि दिनाकरण के पास से 1.3 करोड़ रुपये बरामद किए गए हैं। बताया जाता है कि वह इन पैसों को चुनाव आयोग के अधिकारियों को देने की योजना बना रहे थे। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस ने दिनाकरण की दो लग्जरी गाडि़यां भी जब्त की हैं। इनमें से एक गाड़ी राजस्थान और दूसरी हरियाणा नंबर की है। पुलिस ने इससे पहले तमिलनाडु में लगभग 50 ठिकानों पर छापे मारे थे। इसमें 5.5 करोड़ रुपये जब्त किए गए थे। यह पैसे राज्य के स्वास्थ्य मंत्री विजयभास्कर के करीबियों के पास से मिले थे। विजयभास्कर भी दिनाकरण के सहयोगी हैं। हालांकि पुलिस का कहना है कि चुनाव अधिकारियों के इस मामले में शामिल होने के कोई सबूत नहीं हैं।
शशिकला भ्रष्टाचार के दोष में जेल में बंद हैं। जेल जाने से पहले उन्होंने दिनाकरण को अपना उत्तराधिकारी नियुक्त किया था। वहीं जयललिता के साथ रहने वाले पन्नीरसेल्वम का कहा है कि वे ही पार्टी के वास्तविक उत्तराधिकारी हैं। आरके नगर उपचुनाव को चुनाव आयोग ने वोटर्स को लुभाने के लिए नकदी की पेशकश किए जाने की जानकारी सामने आने के बाद रद्द कर दिया था। मतदान की नई तारीख का भी अभी ऐलान नहीं किया गया है।