23 साल की एक लॉ स्टूडेंट ने शुक्रवार रात कथित तौर पर कई साल से बलात्कार करते आ रहे एक संत का लिंग काट दिया। केरल राज्य में स्थित ‘हिन्दू ऐक्या वेदी’ नाम के संगठन से जुड़े 54 साल के स्वामी पर बलात्कार और बाल यौन शोषण कानून के तहत मामला दर्ज किया गया है। हालांकि महिला पर कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है और केरल के मुख्यमंत्री पनरई विजयन लड़की को सहसी बताते हुए उसका समर्थन किया। युवती की हर संभव सहायता का वादा करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘यह साहसिक कदम था, इसमें कोई संदेह नहीं है।’’
बलात्कार का आरोपी गंगेशनंदा तिर्थपाड़ा उर्फ हरीस्वामी केरल स्थित कई मंदिरों में उपदेशक था और हिन्दू ऐक्या वेदी के आंदोलनों में सबसे आगे रहा करता था। अपर-कास्ट हिन्दू नायर परिवार स्वामी का बड़ा आदर करता था। तिरुवंतपुरम स्थित इस परिवार के घर में स्वामी जो बिना इजाजत कभी भी आ सकते थे। पीड़िता लड़की इसी परिवार से संबंध रखती है।
एर्नाकुलम में कभी चाय बेचने वाला स्वामी युवती के परिवार के साथ कई सालों पहले मिला था। परिवार से स्वामी की मुलाकात हिंदू ऋषि और सामाजिक सुधारक स्वामीकल की जन्मस्थल से जुड़े एक आंदोलन के दौरान हुई थी। आंदोलन तो खत्म हो गया लेकिन स्वामी का इस परिवार के यहां आना-जाना बढ़ गया था।
पुलिस ने बताया कि व्यक्ति कई वर्षों से लड़की का यौन उत्पीड़न कर रहा था। शुक्रवार रात जब व्यक्ति ने उसके साथ जबरदस्ती करनी चाही तो उसने विरोध किया और चाकू से उसका लिंग काट दिया। पुलिस का कहना है कि हरीस्वामी को तड़के बेहद गंभीर हालत में सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया, उसके बाद घटना सामने आयी। उन्होंने कहा, व्यक्ति की आपात सर्जरी की गयी और उसकी हालत अब स्थिर है। पुलिस ने बताया कि महिला ने अपनी शिकायत में कहा है कि आरोपी की पिछले कुछ साल से उसके परिवार के साथ जान-पहचान थी। संदिग्ध युवती के घर उसके लकवाग्रस्त पिता के लिए पूजा करने आता था।