काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (सीआइएससीई) की बारहवीं कक्षा (आइसीएस) और दसवीं (आइसीएसई) के परीक्षा परिणाम में लड़कियों ने लड़कों को पछाड़ दिया है। इस साल पिछले साल के मुकाबले परीक्षा परिणाम में वृद्धि हुई है। छात्र परीक्षा परिणाम सीआइएससीई की वेबसाइट से पता कर सकते हैं। सीआइएससीई के मुख्य कार्यकारी और सचिव गैरी अराथून ने परिणाम घोषित करते हुए कहा कि सोमवार को जारी परिणाम के मुताबिक बारहवीं में 96.47 और दसवीं में 98.53 फीसद विद्यार्थी पास हुए हैं। यह परिणाम पिछले साल के मुकाबले क्रमश: 0.01 और 0.03 फीसदी अधिक रहा है। 12वीं की परीक्षा में कोलकाता की अनन्या माइति 99.50 फीसद अंकों के साथ 12वीं कक्षा में देश में शीर्ष पर रहीं।
लखनऊ की आयुषी श्रीवास्तव, कोलकाता के देवेश लखोटिया, मुंबई की ऋषिका धारीवाल और गुरुग्राम की कीर्थना श्रीकांत 99.25 प्रतिशत अंकों के साथ संयुक्त रूप से दूसरे स्थान पर रहे। अनंत कोठारी (कोलकाता), दीप्ति एस (देहरादून), सौगत चौधरी (कोलकाता), वेदांशी गुप्त (लखनऊ) और युक्ता मीणा (लखनऊ) 99 प्रतिशत अंकों के साथ संयुक्त रूप से देश में तीसरे स्थान पर रहे। वहीं, पुणे की मुस्कान अब्दुल्ला पठान और बंगलुरु के अश्विन राव 99.40 फीसद के साथ कक्षा 10 में संयुक्त रूप से देश में पहला स्थान पाया।
इस वर्ष भी दोनों कक्षाओं में लड़कियों ने बाजी मारी है।
बारहवीं में 95.39 फीसद लड़के और 97.73 फीसद लड़कियां पास हुर्इं हैं। इसी तरह दसवीं में जहां 98.13 फीसद लड़के पास हुए, वहीं लड़कियां के पास होने का फीसद 99.03 रहा। सीआइएससीई की परीक्षा में इस साल देश और विदेश से कक्षा 12 की परीक्षा में 73,633 और कक्षा 10 की परीक्षा में 1,75,299 विद्यार्थी शामिल हुए थे।सीआइएससीई की बारहवीं में कोलकाता की मइति रहीं अव्वल