Saturday, May 18, 2024
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जानिये कैसे हिंदू से मुसलमान बने ए. आर. रहमान

SI News Today

Know why A. R. Rahman become a Muslim from Hindu.

   

ए.आर. रहमान का संगीत धीमे ज़हर की तरह धीरे- धीरे असर करके परवान चढ़ने वाला है। क्या आप जानते हैं कि दुनिया का सबसे प्रतिष्ठित ऑस्कर अवॉर्ड जीतने वाले व भारतीय संगीत को अंतराष्ट्रीय स्तर पर विशेष पहचान दिलाने वाले ए.आर. रहमान का इससे पहले क्या नाम था। दरअसल ए.आर रहमान एक मुस्लिम परिवार में नही बल्कि हिंदू परिवार पैदा हुए थे। तो आइये दोस्तों हम बताते हैं आपको ए.आर रहमान से जुड़ी ऐसी बातों के बारे में जिनसे अभी तक आप सभी थे अंजान।

दरअसल ए.आर. रहमान का हिंदू से मुस्लिम बनने की एक बेहद ही रोमांचक व बड़ी कहानी है। आपकी जानकारी के लिए बता दे कि ए.आर रहमान के पिता का नाम आर. के. शेखर था। सिर्फ नौ साल की उम्र में ही उनके पिता निधन हो गया जिसकी वजह से उनकी स्कूली शिक्षा अधूरी रह गई। पिता की मौत के पश्चात कट्टरपंथियों ने उन्हें परेशान करना शुरु कर दिया जिसके चलते वो और भी ज्यादा उदास रहने लगे।  6 जनवरी 1967 को तमिलनाडु में जन्में रहमान का नाम ए. एस. दिलीप कुमार था। 1989 में जब रहमान की छोटी बहन की तबियत बहुत ज्यादा खराब हो गई थी तो सभी डॉक्टरों का कहना था उनकी बहन के बचने की कोई उम्मीद नहीं है। जिसके पश्चात रहमान ने अपनी छोटी बहन के लिए मस्जिदों में दुआयें मांगी और जल्द हीं उनकी दुआ कुबूल हो गई। एक चमत्कार हुआ जिसने उनकी बहन को एकदम स्वस्थ कर दिया। जिसके बाद से ही रहमान ने 23 वर्ष की आयु में अपने परिवार के साथ सूफिज्म को अपना लिया। इतना ही नही रहमान अल्लाह में बहुत विश्वास रखते हैं और यही  कारण है कि वो दिन में 5 बार नमाज पढ़ते हैं।

आपकी जानकारी के लिए बता दे कि रहमान एशिया के पहले ऐसे म्यूजिक कंपोजर हैं जिन्होंने एक साल में एक साथ दो ऑस्कर पाए हैं। Best Score और Best Song के लिए 2008 में उन्हें फिल्म Slumdog Millionaire के लिए 2 अवार्ड मिले। हालांकि  इस फिल्म को ऑस्कर में कुल 8 अवार्ड मिले थे. क्या आप जानते हैं कि ए आर रहमान  ने एयरटेल के लिए जो सिग्नेचर म्यूजिक कंपोज़ किया था वह पूरी दुनिया में सर्वाधिक डाउनलोड किया जाने वाला मोबाइल म्यूजिक बन गया था। गौर फरमाने वाली बात है कि इस म्यूजिक को 150 मिलियन से भी ज्यादा बार डाउनलोड किया जा चुका है। फिलहाल तो रहमान ने सर्वप्रथम तमिल फिल्म रोजा के लिए म्यूजिक कंपोज़ किया था जिसके डायरेक्टर मणि रत्नम थे। और उन्होंने ही रहमान के टैलेंट को पहचाना भी था।  दरअसल इसी फिल्म के म्यूजिक को बेहद पसंद किया गया व रहमान को इसके लिए नेशनल अवार्ड भी मिला। 2016 तक में रहमान चार नेशनल, 15 फिल्मफेयर व 16 फिल्मफेयर साउथ के अवार्ड अपने नाम कर लिए हैं |

गौरतलब है कि बचपन से ही बेहद प्रतिभाशाली रहने वाले रहमान को पहचान तब मिली जब बचपन में वो दूरदर्शन के एक शो वंडर बैलून में एक साथ 4 कीबोर्ड बजाने वाले बच्चे के रूप में प्रशिद्ध हुए। इतना ही नही रहमान ने लन्दन के ट्रिनिटी स्कूल ऑफ़ म्यूजिक से वेस्टर्न क्लासिकल म्यूजिक की डिग्री भी प्राप्त की है। जहां रहमान के पूरी दुनिया में करोड़ों फैन हैं व बहुत सारे दोस्त हैं। वहीं साउथ के रजनीकांत व क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर भी उनके बहुत अच्छे दोस्त हैं। जहां एक तरफ रहमान पूरी दुनिया में नाम कमा चुके हैं वहीं दूसरी ओर उनके नाम पर मार्कहम, ओन्टारियो, कनाडा में एक स्ट्रीट का नाम अल्लाह रखा रहमान स्ट्रीट रखा गया है। इतना ही नही जो लोग म्यूजिशियन बनना चाहते हैं उनको सिखाने के लिए रहमान ने एक अकादमी भी बनाई है जिसका नाम है के.एम. म्यूजिक कंज़र्वेटरी अकादमी।

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