Thursday, April 25, 2024
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केरल का ये हवाईअड्डा जगमगा रहा है सोलर पैनल की रोशनी से

SI News Today

This airport in Kerala is shining with the light of solar panels

  

देश में हर रोज कुछ न कुछ नया हो रहा है । ऐसा ही कुछ नया कारनामा केरल के प्रसिद्ध कोचीन अन्तराष्ट्रीय हवाई अड्डे ने कर दिखाया है । बतादें की केरल में स्थित कोचीन अन्तराष्ट्रीय हवाई सूरज की शक्ति से सुसज्जित दुनिया का पहला ऐसा हवाईअड्डा बन गया है जो पूरी तरह से सोलर पावर से चलता है । जिसने 18 अगस्त 2018 से पूरी तरह से कार्य करना शुरू कर दिया था।

कोचीन एयरपोर्ट पर हर साल लगभग 50 लाख से भी ज्यादा यात्री इस एयरपोर्ट पर आते है । यहां प्रतिदिन नौ सौ से भी ज्यादा उड़ाने टेक ऑफ करती है। इस हवाई अड्डे की गिनती सबसे ज्यादा कमाई करने वाले हवाई अड्डों में की जाती है। इस एयरपोर्ट की सबसे बड़ी खासियत एयरपोर्ट पर लगे पावर प्लांट की है जो आवश्कयता से अधिक बिजली उत्पन्न कर है। बता दें कि इस 12 MG सोलर पावर को तैयार करने में करीब 6 महीने का समय लगा था जिस पर लगभग 62 करोड़ रूपये की लागत आयी थी। जिसे 45 एकड़ कागो एरिया में लगाया गया है। जिसमे 46,150 सोलर पैनल लगे हुए है। जिससे रोजाना 50 से 70 हजार यूनिट बिजली पैदा हो रही है। जबकि एयर पोर्ट पर रोजाना 50 से 55 हजार यूनिट ही बिजली खर्च हो रही है। इस पावर प्लांट के लगने से लगभग 3 मीट्रिक टन कार्बन डाई ऑक्साइड का उत्सर्जन कम होगा, जो पर्यावरण में लगभग 30 से 35 लाख पेड़ लगाने के बराबर है। एक वर्ष में सूर्य की ऊर्जा जितनी धरती पर आती है वो दुनिया में एक वर्ष में इस्तेमाल होने वाली बिजली से 8 हजार गुना ज्यादा बिजली का उत्पादन कर सकता है। सोलर पावर ऊर्जा दुनिया से कभी न ख़त्म होने वाली प्रदूषणरहित ऊर्जा है। अब तो इस ऊर्जा का इस्तेमाल न सिर्फ हमारा देश बल्कि अमेरिका और चीन जैसे बड़े देश भी कर रहे है। इतना ही नहीं चीन तो सौर ऊर्जा का सबसे ज्यादा इस्तेमाल करने वाला देश बन गया है।

दुनिया का सबसे बड़ा सोलर प्लांट अमेरिका के कैलिफोर्निया में है। अब भारत भी इस ओर अपने कदम तेजी से बढ़ाने में लग गया है। नेशनल सोलर मिशन के तहत सरकार ने 2022 तक देश में सौर ऊर्जा का उत्पादन 5 गुना बढ़ाने का लक्ष्य तय किया है। फ़िलहाल भारत अभी सोलर पवार से केवल 20 गीगावाट बिजली का ही उत्पादन कर रहा है जिसे भविष्य में 100 GW तक बढ़ाने की योजना तैयार कर रहा है। जिसमे 40gw बिजली का उत्पादन घरो और इमारतों की छतो पर लगाकर तैयार की जाएगी। बाकी 60gw बिजली सोलर पावर ग्रिड में तैयार की जाएगी। इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए सोलर पावर इंडस्ट्री में 6 लाख करोड़ रूपये का निवेश किया जायेगा।

इतना ही नहीं सरकार ने इस योजना को कारगर बनाने के लिए लोगों को सोलर पैनल घर की छत पर लगाने के लिए 30 प्रतिशत सब्सिडी का प्रवधान रखा है, जो New & Renewable Ministry द्वारा प्रदान की जाएगी जिसके लिए सरकार ने डेढ़ लाख करोड़ रूपये से ज्यादा का बजट रखा है। उपभोगकर्ता द्वारा एक सोलर पैनल को लगाने में लगभग 70 हजार से लेकर 1 लाख तक खर्च करने पड़ सकते है। एक किलोवाट क्षमता वाले सोलर पैनल से एक घर की बिजली आराम से प्राप्त की जा सकती है। यदि आप एक एयर कंडीशनर को चलाते है तो उसके लिए आपको दो किलोवाट वाले सोलर पैनल को लगाना होगा । यदि एयर कंडिशनर दो है तो आपको 3 kw की आवश्यकता होगी।

यदि उपभोग कर्ता सोलर पैनल सरकारी योजना के तहत लगवाता है तो उसके लिए उसे राज्य सरकार की Renewable Energy Development Authority से संपर्क करना पड़ेगा। ये प्राइवेट डीलर द्वारा भी लगवाया जा सकता है । लेकिन सब्सिडी पाने के लिए Renewable energy में फार्म भरना होगा। सरकार की इस योजना को और अधिक सुविधाजनक बनाने के लिए वित्त मंत्रालय ने सभी बैंकों को सोलर प्लांट लगाने के लिए लोन देने का आदेश जारी कर दिया है। इस सोलर प्लांट को लगाए जाने के बाद उपभोक्ता को बिजली की समस्या से तो निजात मिलेगा ही साथ ही उपभोक्ता इससे बनी बिजली को बिजली कंपनी को बेच कर रुपये भी कमाए जा सकते है। लेकिन उसके लिए उपभोक्ता को बिजली कंपनियों से लाइसेंस लेना होगा।

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