Tuesday, May 21, 2024
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आखिर क्या था करूणानिधि के काले चश्में का राज

SI News Today

What was the secret of  Karunanidhi’s black goggle

     

भारतीय राजनीती के सबसे उम्रदराज व बड़े राजनीतिज्ञों की गिनती में आने वाले मुथुवेल करूणानिधि ने 8 अगस्त को 6 बज के 10 मिनट पर अपनी अंतिम सांस ली. यूरिन इंफेक्शन की शिकायत होने के कारण उन्हें 11 दिनों से चेन्नई के कावेरी अस्पताल में भर्ती कराया गया था.

पांच बार तमिल के मुख्यमंत्री रह चुके एम करूणानिधि ने अपने करियर की शुरुवात तमिल पटकथा लिखने से की थी. गले में पीली शॉल और आँखों में काला चश्मा उनका सिग्नेचर स्टाइल बन गया था. लेकिन उनके इस सिग्नेचर स्टाइल के पीछे का राज बहुत कम ही लोग जानते थे.

दरअसल, 1960 में करूणानिधि का एक्सीडेंट हो गया था. जिसमे उनकी आँखें इतनी बुरी तरह जख्मी हो गयी थी कि उसके इलाज के उन्हें अमेरिका के हॉपिंग अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा. जहां उनकी आँखो का ऑपरेशन हुआ. इसके बाद 46 साल तक उन्होंने अपनी आँखो पर चश्मा लगाए रखा.

वही पिछले साल उन्होंने डोक्टरों की सलाह पर काला चश्मा लगना भले ही छोड़ दिया था इसके बाद उनके लिए इम्पोर्टेड चश्में मंगवाए गए, पर उन चश्मों के रंग-बिरंगे होने के कारण उन्होंने इसे पहनने से मना कर दिया था. कहा जाता है कि करीब 40 साल तक उन्हें ना जाने कौन-कौन से देश के चश्में लाकर दिखाए गए तब जाकर उन्होंने जर्मनी से लाया एक चश्मा पसंद किया था.

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