नई दिल्ली: आतंकवाद पर अमेरिकी प्रशासन के नए नज़रिए से लैस वहां के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार एचआर मेकमास्टर ने जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की, उसके पहले ही पाकिस्तान को आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई करने की साफ सलाह दे डाली. एचआर मैकमास्टर ने कहा था “पाकिस्तान को डिप्लोमेसी का इस्तेमाल करना चाहिए, न कि लुकाछुपी का तरीका अपनाना चाहिए, जो वह अपने फायदे के लिए अफगानिस्तान और बाकी जगहों पर कर रहा है. इससे हिंसा को बढ़ावा मिलता है.”
प्रधानमंत्री मोदी के साथ हुई बातचीत के दौरान दोनों देशों में फौजी साझेदारी को और तवज्जो देने पर सहमति बनी. यह भी तय किया गया कि आतंकवाद के खिलाफ चल रही कार्रवाइयों की जानकारी तत्काल साझा करेंगे.
इससे पहले सोमवार की शाम को दोनो देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों के बीच बैठक हुई. बैठक में अजीत डोभाल ने पाक से भारत भेजे जा रहे आतंकियों की जानकारी दी. बताया कि बीते तीन महीने में पाक की ओर से घुसपैठ की 43 कोशिशें हो चुकी हैं. पाकिस्तान पत्थरबाजों को भी बढ़ावा दे रहा है. दो घंटे चली इस बैठक में भारत ने बताया कि क्यों पाकिस्तान को अलग-थलग किए जाने की जरूरत है.