यूपी विधानसभा में विस्फोटक मिलने के बाद दिल्ली में संसद भवन में भी सुरक्षा जांच की जा रही है। इसके लिए स्पेशल टीम और सात खोजी कुत्ते लगाए गए हैं। सेंट्रल हॉल समेत लोकसभा, राज्यसभा में सभी सीटों की जांच की जा रही है। संसद में 17 जुलाई से मानसून सत्र शुरू होने जा रहा है। दरअसल 12 जुलाई को यूपी विधानसभा में एक विधायक की सीट के पास से विस्फोटक पदार्थ मिला था। इस मामले का खुलासा शुक्रवार को हुआ है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने इसे आतंकी साजिश बताते हुए एनआईए से मामले की जांच कराए जाने की मांग की है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में इसकी पुष्टि करते हुए कहा, ‘‘जो विस्फोटक बरामद हुआ वह पूरे विधानभवन को उड़ाने के लिए पर्याप्त था। इस गंभीर प्रकरण की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) से कराई जानी चाहिए।’’ उन्होंने कहा कि विधानसभा में काम करने वाले सभी लोगों का पुलिस सत्यापन होना चाहिए। मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को इस मुद्दे को लेकर विधानसभा के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात करने के साथ ही शीर्ष अधिकारियों की उच्च स्तरीय बैठक भी बुलाई है।
दरअसल 11 जुलाई को यूपी विधानसभा का बजट सत्र प्रारंभ हुआ था। 12 जुलाई को प्रात: काल जब सफाई कर्मचारी आए तो संदिग्ध सामग्री प्राप्त हुई थी। आशंका व्यक्त की गई थी कि यह कोई रसायन हो सकता है। जांच में पता लगा कि यह एक खतरनाक विस्फोटक PETN था, जिसकी मात्रा 100-150 ग्राम थी। इसकी 500 ग्राम मात्रा ही पूरी विधानसभा को उड़ाने के लिए काफी है।
क्या होता है PETN विस्फोटक:
यह एक शक्तिशाली प्लास्टिक विस्फोटक होता है। गंधहीन होने के कारण पकड़ना मुश्किल है। इसे मेटल डिटेक्टर और कुत्ते भी नहीं पकड़ पाते। दिल्ली हाईकोर्ट में हुए विस्फोट में इसका इस्तेमाल किया गया था। डेटोनेटर के जरिए होता है धमाका। सेना इस्तेमाल करती है, खनन उद्योग में भी होता है प्रयोग।