रायबरेली: जिले के लालपुर कस्बे में भीख मांगते हुए एक बुजुर्ग की पहचान करोड़पति के रूप में हुई है। बताया जाता है कि वो फटेहाल दशा में भीख मांगते हुए वो अचानक यहां के एक कॉलेज में पहुंचा। जब स्कूल के संस्थापक की नजर पड़ी तो उन्होंने उसे खाना खिलाकर स्नान कराया। फिर जब उसकी कपड़ों की तलाशी ली गई तो जेब से आधार कार्ड के साथ एक करोड़, 6 लाख, 92 हजार 731 रुपए की एफडी के कागजात बरामद हुए। आधार कार्ड से पहचान हुई कि बुजुर्ग तमिलनाडु के करोड़पति व्यापारी है। सूचना पर आए परिजन और हवाई जहाज से ले गए घर…
-लालपुर के स्वामी सूर्य प्रबोध परमहंस इंटर कॉलेज अनंगपुरम के संस्थापक स्वामी भास्कर स्वरूप जी महाराज ने बताया, ”13 दिसंबर को भिखारी के वेश में बुजुर्ग भटकता हुआ मेरे कॉलेज पहुंचा और भूखा होने का इशारा करने लगा।”
-”उसका संकेत समझने के बाद मैंने उसे मिठाई और खाना खिलाया। जब उसकी हालत सामान्य हुई तो उसके बाल कटवाकर स्नान कराया और कपड़े पहनाया। जब उसकी कपड़े धोने के लिए जेब की तलाशी ली गई तो उसमें से मिले कागजात देखकर होश उड़ गए।”
-”आधार कार्ड से बुजुर्ग की पहचान मुथया नादर पुत्र सोलोमन, 240बी नॉर्थ थेरु, थिदेयूर पुकुली, तिरुनेवेली, तमिलनाडु के रूप में हुई।”
-”उसके पास मिले कागजों में घर का फोन नंबर भी था। सूचना देने पर घरवाले यहां पहुंच और उसे हवाई जहाज से अपने साथ घर ले गए।”
परिजनों ने बताई ये बात
-बुजुर्ग मुथया नादर की बेटी गीता ने बताया, जुलाई में ट्रेन यात्रा के दौरान वो भटक गए थे। तब से उनकी खोज की जा रही थी।
-आशंका जताई जा रही थी कि वो जहरखुरानी का शिकार हो गए हैं। पिता 5-6 महीने पहले रेलयात्रा के दौरान गुम हो गए थे। इस दौरान उन्होंने स्वामी भास्कर स्वरूप जी महाराज का आभार जताया।