Friday, May 17, 2024
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यूपी: मौत के 4 महीने बाद सऊदी अरब से आया युवक का शव…

SI News Today
UP: The body of a young man came from Saudi Arabia after 4 months of death ...

यूपी: उत्तर प्रदेश के उन्नाव के बारा गांव से चार साल पहले काम की तलाश में परिवार को छोड़कर विदेश गए युवक की चार माह पहले दुर्घटना में मौत हो गई थी। उसके शव को भारत लाने के लिए परिजन दर-दर भटकते रहे। चार माह बाद उसके शव को भारत लाया जा सका है। बारा गांव में रहने वाले सुरेन्द्र का बेटा कमल किशोर रोजी रोटी की तलाश में चार साल पहले सऊदी अरब में जाकर मजदूरी कर रहा था। 16 अप्रैल 2018 को सड़क हादसे में उसकी मौत हो गई। फोन पर परिजनों को सूचना मिली थी। तब से लेकर आज तक बूढ़े मां बाप व पत्नी अपनी छोटी-छोटी चार बच्चियां के साथ दर-दर भटक रहे थे। एक बेटी का विवाह हो चुका है। अपने पिता के शव को भारत लाने के लिए डीएम, सांसद, विदेश मंत्री व पीएम आदि से पत्र लिखकर लगातार गुहार लगाती रही हैं। मगर इन बच्चियों के दर्द को उदासीन तंत्र कतई समझने के लिए तैयार नहीं था। सैकड़ों प्रयासों के बाद भी कमल किशोर का शव उसके परिजन भारत लाने में असमर्थ रहे। उन्नाव के नेताओं ने उसकी कोई मदद नहीं की।

इसी बीच मुंबई में रहने वाले समाजसेवी विनोद त्रिपाठी को सोशल मीडिया के माध्यम से जब इस मामले की जानकारी हुई। तब उन्होंने मृतक कमल किशोर के शव को भारत लाने के लिए सऊदी अरब के दूतावास से संपर्क किया और वहां से जानकारी लेते रहे। विनोद त्रिपाठी ने महाराष्ट्र के भिवंडी विधायक महेश चौगुले, महाराष्ट्र बहुजन विकास आगाड़ी के अध्यक्ष नियाज अहमद, महासचिव महमूद जमाल खान से जब इस समस्या का जिक्र किया। तब इन सभी ने कमल किशोर के शव को सऊदी अरब से भारत लाने के लिए दूतावास से लगातार संपर्क कर दस्तावेजों को पूरा करते रहे। महाराष्ट्र में दूतावास के अधिकारी जावेद अहमद, विजय कुमार सिंह, मुबारक खान और हरीश आदि ने भारतीय का शव सऊदी अरब से भारत लाने में सक्रियता दिखाई और चार माह का समय लगा। कमल किशोर का शव शनिवार को देर रात लखनऊ चौधरी चरण सिंह एयरपोर्ट पहुंचा। जहां से रविवार की अलसुबह मृतक के परिजनों के हवाले किया गया। महीनों से अपने इकलौते बेटे के शव के लिए दर-दर भटकने के बाद मृतक के परिजन हताश हो चुके थे। मगर ताबूत जैसे ही गांव पहुंचा। ग्रामीणों का हुजूम उमड़ पड़ा। मृतक अपने परिवार के भरण पोषण का इकलौता सदस्य था।

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