Dalit lawyers who did not believe in Hindu Gods did Gangajal ‘statue of Ambedkar!
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संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर को लेकर देश में राजनीति का सिलसिला जारी है। न्यूज़ एजेंसी ANI के अनुसार मेरठ के जिला अदालत इलाके में दलित समाज के वकीलों के एक समूह ने उनकी यहां लगी प्रतिमा का शुद्धिकरण (पवित्र) किया है।
A group of Dalit lawyers in Uttar Pradesh's Meerut "purified" the statue of Dr B.R. Ambedkar with milk and 'gangaajal' soon after it was garlanded by Bharatiya Janata Party's state secretary Sunil Bansal.
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— ANI Digital (@ani_digital) August 11, 2018
दरअसल पिछले दिनों राज्यसभा सांसद और RSS विचारक राकेश सिन्हा और अन्य ने यहां आकर अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया था। इसका विरोध करते हुए इन वकीलों ने कहा, ‘बीजेपी ने अंबेडकर के लिए कुछ नहीं किया है वो बस उनका नाम अपने फायदे और दलितों को लुभाने के लिए कर रहे हैं। इसलिए हमने प्रतिमा का गंगाजल से शुद्धिकरण किया।
दलित समाज के वकीलों का आरोप है कि बीजेपी और आरएसएस दलितों का शोषण और उनपर अत्याचार करते हैं। उन्होंने अंबेडकर के लिए कुछ नहीं किया, लेकिन चुनाव करीब देखकर वो उनकी प्रतिमा पर फूल-माला चढ़ाकर दलितों का दिल जीतना चाहते हैं।
एक बात समझने वाली यहाँ ये है कि यदि दलित हिन्दू देवताओं को नहीं मानते तो गंगाजल से डॉ अम्बेडकर को माँ गंगा के पवित्र जल से शुद्ध या शुद्धिकरण कराने का तुक क्या है?