फ्रैंकफर्ट हवाईअड्डे पर एक भारतीय महिला की कथित रूप से जामा-तलाशी के बाद विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने शनिवार को संबंधित भारतीय वाणिज्यदूत से रिपोर्ट मांगी है. फ्रैंकफर्ट में भारत के वाणिज्यदूत रवीश कुमार को टैग करते हुए सुषमा ने ट्वीट किया, ‘रवीश..
इसपर मुझे रिपोर्ट भेजें.’
श्रुति बासप्पा ने फेसबुक पोस्ट पर बताई आपबीती
महिला श्रुति बासप्पा के फेसबुक पोस्ट के आधार पर इस संबंध में खबरें दिखाए जाने के बाद सुषमा ने ट्वीट किया. महिला ने अपने पोस्ट में आरोप लगाया है कि 29 मार्च को बेंगलुरु से आईलैंड जाने के दौरान उसकी जामा-तलाशी ली गयी.
कपड़े ऊपर उठाने या उतारने को कहा गया
उसने लिखा है, ‘हम अपनी चार साल की बेटी के साथ भारत से फ्रैंकफर्ट होते हुए आईलैंड जा रहे थे. तभी मुझे अचानक इस जांच के लिए बुलाया गया, और कुछ नहीं कहा गया. मुझे एक कमरे में ले जाया गया, जहां मुझसे अपने कपड़े ऊपर उठाने या उतारने को कहा गया ताकि यह जांच की जा सके कि मैंने कपड़ों के भीतर कुछ छुपाया तो नहीं है.’
उसने आरोप लगाया है, ‘मैं हमेशा ही इन औचक जांच के लिए चुनी जाती हूं.. जामा-तलाशी, सामान की जांच, कमरे में ले जाकर जामा-तलाशी. हां-हां यह औचक होता है. इसका हमारे मेरे अश्वेत होने से कोई लेना देना नहीं है. लेकिन यह हर बार होता है. हर बार.’